छोड़कर सामग्री पर जाएँ

Shayari on Chand in Hindi

  • द्वारा

चाँद की खूबसूरती पर जितना लिखा जाए, उतना कम लगता है। कभी वो महबूब की आँखों में बसता है, तो कभी जुदाई की रातों का हमसफ़र बन जाता है। “Shayari on Chand” में वही जज़्बात छुपे हैं जो दिल कह नहीं पाता, पर चाँद समझ लेता है। तो आइए, इन लफ़्ज़ों के ज़रिए दिल की बातें चाँद तक पहुँचाएं।

Shayari on chand 2 lines

No 1:
तू जब सामने आती है, चाँद भी शरमाता है,
तेरी एक मुस्कान से सारा आसमां सज जाता है।

[shayari_share]तू जब सामने आती है, चाँद भी शरमाता है,
तेरी एक मुस्कान से सारा आसमां सज जाता है।[/shayari_share]

No 2:
तेरे चेहरे की रोशनी चाँद से कम नहीं,
तू पास हो तो ये रात भी ग़म नहीं।

[shayari_share]तेरे चेहरे की रोशनी चाँद से कम नहीं,
तू पास हो तो ये रात भी ग़म नहीं।[/shayari_share]

No 3:
हर रात चाँद से मेरी बात होती है,
तेरे ही नाम पर हर बार मुलाकात होती है।

[shayari_share]हर रात चाँद से मेरी बात होती है,
तेरे ही नाम पर हर बार मुलाकात होती है।[/shayari_share]

No 4:
चाँद को देखा तो तेरा ख़्याल आ गया,
जैसे रात में मेरा उजाला छा गया।

[shayari_share]चाँद को देखा तो तेरा ख़्याल आ गया,
जैसे रात में मेरा उजाला छा गया।[/shayari_share]

No 5:


तेरा नाम चाँदनी में बसा लिया है,
हर रात तुझे आँखों से सजा लिया है।

[shayari_share]तेरा नाम चाँदनी में बसा लिया है,
हर रात तुझे आँखों से सजा लिया है।[/shayari_share]

No 6:
तेरी तस्वीर को चाँद पे टाँग दूँ क्या,
हर आशिक़ को तेरा दीवाना बना दूँ क्या?

[shayari_share]तेरी तस्वीर को चाँद पे टाँग दूँ क्या,
हर आशिक़ को तेरा दीवाना बना दूँ क्या?[/shayari_share]

No 7:
चाँद की तरह तू भी दूर ही सही,
पर रौशनी तेरी हर रात मेरे पास रही।

[shayari_share]चाँद की तरह तू भी दूर ही सही,
पर रौशनी तेरी हर रात मेरे पास रही।[/shayari_share]

No 8:
तेरे बिना रात अधूरी लगती है,
चाँद भी तन्हा और मेरी तहरीर सूनी लगती है।

[shayari_share]तेरे बिना रात अधूरी लगती है,
चाँद भी तन्हा और मेरी तहरीर सूनी लगती है।[/shayari_share]

No 9:
तू चाँद है या कोई ख्वाब की परी,
हर रात तुझसे मिलने की चाहत रही।

[shayari_share]तू चाँद है या कोई ख्वाब की परी,
हर रात तुझसे मिलने की चाहत रही।[/shayari_share]

No 10:
जिस चाँद को लोग दूर से पूजा करते हैं,
मैं उसे तेरे चेहरे में हर रोज़ देखता हूँ।

[shayari_share]जिस चाँद को लोग दूर से पूजा करते हैं,
मैं उसे तेरे चेहरे में हर रोज़ देखता हूँ।[/shayari_share]

No 11:
जब भी चाँद को तकता हूँ मैं,
तेरी यादों में डूब जाता हूँ मैं।

[shayari_share]जब भी चाँद को तकता हूँ मैं,
तेरी यादों में डूब जाता हूँ मैं।[/shayari_share]

No 12:
तेरी हँसी में वो जादू है,
जिससे चाँद भी रश्क करता है।

[shayari_share]तेरी हँसी में वो जादू है,
जिससे चाँद भी रश्क करता है।[/shayari_share]

No 13:
चाँद भी तुझसे जलने लगा है,
अब वो बादलों में छुपने लगा है।

[shayari_share]चाँद भी तुझसे जलने लगा है,
अब वो बादलों में छुपने लगा है।[/shayari_share]

No 14:
तू सामने हो तो चाँद फीका लगे,
तेरे बिना तो ये आसमां भी अधूरा लगे।

[shayari_share]तू सामने हो तो चाँद फीका लगे,
तेरे बिना तो ये आसमां भी अधूरा लगे।[/shayari_share]

No 15:
तेरे इश्क़ में चाँदनी भी कम लगती है,
तेरी बातों में पूरी कायनात सिमटती है।

[shayari_share]तेरे इश्क़ में चाँदनी भी कम लगती है,
तेरी बातों में पूरी कायनात सिमटती है।[/shayari_share]

No 16:
मेरी हर रात तुझसे शुरू होती है,
चाँद को देखकर बस तुझसे जुड़ जाती है।

[shayari_share]मेरी हर रात तुझसे शुरू होती है,
चाँद को देखकर बस तुझसे जुड़ जाती है।[/shayari_share]

No 17:
चाँद को देखूँ तो तेरी यादें साथ आती हैं,
हर रात मेरी तन्हाई को और भी बढ़ाती हैं।

[shayari_share]चाँद को देखूँ तो तेरी यादें साथ आती हैं,
हर रात मेरी तन्हाई को और भी बढ़ाती हैं।[/shayari_share]

Yaadein shayari on chand

No 1:
चाँद को देख के फिर तेरी याद आई,
जैसे ख़ामोशी में कोई सदा समाई।

[shayari_share]चाँद को देख के फिर तेरी याद आई,
जैसे ख़ामोशी में कोई सदा समाई।[/shayari_share]

No 2:
तेरी यादें चाँदनी बनके उतरती हैं,
हर रात मेरी तन्हाई में बिखरती हैं।

[shayari_share]तेरी यादें चाँदनी बनके उतरती हैं,
हर रात मेरी तन्हाई में बिखरती हैं।[/shayari_share]

No 3:
जब चाँद छत पर आता है,
तेरे बीते लम्हों का जादू साथ लाता है।

[shayari_share]जब चाँद छत पर आता है,
तेरे बीते लम्हों का जादू साथ लाता है।[/shayari_share]

No 4:
तेरे साथ बिताई हर रात चाँद को पसंद आई थी,
अब वो भी तेरी यादों से मेरी दोस्ती निभाता है।

[shayari_share]तेरे साथ बिताई हर रात चाँद को पसंद आई थी,
अब वो भी तेरी यादों से मेरी दोस्ती निभाता है।[/shayari_share]

No 5:
चाँद से कह दूँ क्या कि तुझे भूल जाऊँ?
मगर ये यादें हैं जो हर रात उसे पास ले आती हैं।

[shayari_share]चाँद से कह दूँ क्या कि तुझे भूल जाऊँ?
मगर ये यादें हैं जो हर रात उसे पास ले आती हैं।[/shayari_share]

No 6:

Yaadein shayari on chand

तेरे बिना चाँद भी अजनबी लगता है,
और यादों का मौसम हर रोज़ नया लगता है।

[shayari_share]तेरे बिना चाँद भी अजनबी लगता है,
और यादों का मौसम हर रोज़ नया लगता है।[/shayari_share]

No 7:
तू नहीं, पर तेरी यादें हर रात मेरे साथ चलती हैं,
चाँद की चुप्पी में धीरे-धीरे मचलती हैं।

[shayari_share]तू नहीं, पर तेरी यादें हर रात मेरे साथ चलती हैं,
चाँद की चुप्पी में धीरे-धीरे मचलती हैं।[/shayari_share]

No 8:
तेरी हर मुस्कान अब चाँद से माँगता हूँ,
तेरी यादों में ही हर रात खुद को पाता हूँ।

[shayari_share]तेरी हर मुस्कान अब चाँद से माँगता हूँ,
तेरी यादों में ही हर रात खुद को पाता हूँ।[/shayari_share]

No 9:
चाँद की चाँदनी तेरी बातों जैसी लगती है,
हर रात मेरी तन्हा सांसों को जगती है।

[shayari_share]चाँद की चाँदनी तेरी बातों जैसी लगती है,
हर रात मेरी तन्हा सांसों को जगती है।[/shayari_share]

No 10:
तेरी यादों ने चाँद को भी शायर बना दिया,
अब वो भी मेरी तन्हाई में गीत गाता है।

[shayari_share]तेरी यादों ने चाँद को भी शायर बना दिया,
अब वो भी मेरी तन्हाई में गीत गाता है।[/shayari_share]

No 11:
हर चाँदनी रात तेरी याद का पैग़ाम लाती है,
मेरे सीने में दबी तन्हाई को फिर से जगाती है।

[shayari_share]हर चाँदनी रात तेरी याद का पैग़ाम लाती है,
मेरे सीने में दबी तन्हाई को फिर से जगाती है।[/shayari_share]

No 12:
चाँद आज भी उतना ही खूबसूरत है,
जितना उस रात था जब तेरे साथ था।

[shayari_share]चाँद आज भी उतना ही खूबसूरत है,
जितना उस रात था जब तेरे साथ था।[/shayari_share]

No 13:
तेरी बातें और चाँद, दोनों एक जैसे हैं,
रात को आते हैं, मगर साथ नहीं रहते।

[shayari_share]तेरी बातें और चाँद, दोनों एक जैसे हैं,
रात को आते हैं, मगर साथ नहीं रहते।[/shayari_share]

No 14:
यादों की चादर ओढ़े चाँद निकल आता है,
तेरे बिना भी हर रात कुछ कह जाता है।

[shayari_share]यादों की चादर ओढ़े चाँद निकल आता है,
तेरे बिना भी हर रात कुछ कह जाता है।[/shayari_share]

No 15:
तेरी यादें अब चाँद से बातें करती हैं,
मेरी ख़ामोशी में वो हर पल उतरती हैं।

[shayari_share]तेरी यादें अब चाँद से बातें करती हैं,
मेरी ख़ामोशी में वो हर पल उतरती हैं।[/shayari_share]

No 16:
चाँद को देखूँ तो आँखें भीग जाती हैं,
तेरे साथ की वो रातें फिर से जी जाती हैं।

[shayari_share]चाँद को देखूँ तो आँखें भीग जाती हैं,
तेरे साथ की वो रातें फिर से जी जाती हैं।[/shayari_share]

No 17:
चाँद की रौशनी अब आँखों को नहीं भाती,
तेरी यादें हैं जो हर रात रुला जातीं।

[shayari_share]चाँद की रौशनी अब आँखों को नहीं भाती,
तेरी यादें हैं जो हर रात रुला जातीं।[/shayari_share]

No 18:
तेरी हर बात चाँद से जोड़ दी मैंने,
अब वो हर रात तुझसे कुछ कह देता है।

[shayari_share]तेरी हर बात चाँद से जोड़ दी मैंने,
अब वो हर रात तुझसे कुछ कह देता है।[/shayari_share]

No 19:
चाँद के साये में जब भी बैठता हूँ,
तेरी यादों की भीड़ में खो जाता हूँ।

[shayari_share]चाँद के साये में जब भी बैठता हूँ,
तेरी यादों की भीड़ में खो जाता हूँ।[/shayari_share]

Gulzar shayari on chand

No 1:
चाँद को छूने की ख्वाहिश नहीं है अब,
वो तेरे तकिये के पास रोज़ आता है।

[shayari_share]चाँद को छूने की ख्वाहिश नहीं है अब,
वो तेरे तकिये के पास रोज़ आता है।[/shayari_share]

No 2:
तेरे जाने के बाद चाँद से कम बात होती है,
अब वो भी अपनी चाँदनी समेट के निकल जाता है।

[shayari_share]तेरे जाने के बाद चाँद से कम बात होती है,
अब वो भी अपनी चाँदनी समेट के निकल जाता है।[/shayari_share]

No 3:

खिड़की पे बैठा चाँद कुछ कहता नहीं,
शायद वो भी तेरी तरह खामोश हो गया है।

[shayari_share]खिड़की पे बैठा चाँद कुछ कहता नहीं,
शायद वो भी तेरी तरह खामोश हो गया है।[/shayari_share]

No 4:
चाँदनी से लिखे थे जो खत कभी तुझको,
आज भी रात उन लफ़्ज़ों को पढ़ती है चुपचाप।

[shayari_share]चाँदनी से लिखे थे जो खत कभी तुझको,
आज भी रात उन लफ़्ज़ों को पढ़ती है चुपचाप।[/shayari_share]

No 5:
चाँद को देखा तो खिड़की धुंधली हो गई,
तेरी यादों की नमी फिर से उतर आई।

[shayari_share]चाँद को देखा तो खिड़की धुंधली हो गई,
तेरी यादों की नमी फिर से उतर आई।[/shayari_share]

No 6:
तेरे चेहरे को चाँद से मिलाया था मैंने,
अब चाँद हर रात तुझमें ही ढलता है।

[shayari_share]तेरे चेहरे को चाँद से मिलाया था मैंने,
अब चाँद हर रात तुझमें ही ढलता है।[/shayari_share]

No 7:
रात जब चुप होती है, चाँद बहुत बोलता है,
तेरे जिक्र में ही वो खुद को खो देता है।

[shayari_share]रात जब चुप होती है, चाँद बहुत बोलता है,
तेरे जिक्र में ही वो खुद को खो देता है।[/shayari_share]

No 8:
चाँद की रौशनी में तेरा नाम लिखा था,
अब रात भर वो दीवार पर टिमटिमाता है।

[shayari_share]चाँद की रौशनी में तेरा नाम लिखा था,
अब रात भर वो दीवार पर टिमटिमाता है।[/shayari_share]

No 9:
तेरी मुस्कान में जो उजाला था कभी,
अब चाँद उसे हर रात उधार लेता है।

[shayari_share]तेरी मुस्कान में जो उजाला था कभी,
अब चाँद उसे हर रात उधार लेता है।[/shayari_share]

No 10:
चाँद कुछ दिन से उदास-सा है,
शायद वो भी तुझसे बिछड़ गया है।

[shayari_share]चाँद कुछ दिन से उदास-सा है,
शायद वो भी तुझसे बिछड़ गया है।[/shayari_share]

No 11:
हर रात चाँद मेरी छत पर उतर आता है,
जैसे तेरा कोई अधूरा ख़त लाया हो।

[shayari_share]हर रात चाँद मेरी छत पर उतर आता है,
जैसे तेरा कोई अधूरा ख़त लाया हो।[/shayari_share]

No 12:
तेरे साए में जो चाँद मुस्कराया करता था,
अब मेरी तन्हाई में सहमा-सहमा रहता है।

[shayari_share]तेरे साए में जो चाँद मुस्कराया करता था,
अब मेरी तन्हाई में सहमा-सहमा रहता है।[/shayari_share]

No 13:
चाँद से तेरी वो आख़िरी मुलाक़ात पूछी थी,
वो भी देर तक चुपचाप मुझे देखता रहा।

[shayari_share]चाँद से तेरी वो आख़िरी मुलाक़ात पूछी थी,
वो भी देर तक चुपचाप मुझे देखता रहा।[/shayari_share]

No 14:
वो चाँद जो साथ चलता था तेरे साथ,
अब मेरी परछाईं से भी दूर रहता है।

[shayari_share]वो चाँद जो साथ चलता था तेरे साथ,
अब मेरी परछाईं से भी दूर रहता है।[/shayari_share]

No 15:
तेरी खामोशी और चाँद की चुप्पी में फर्क नहीं,
दोनों ही रात को मेरा पता पूछते हैं।

[shayari_share]तेरी खामोशी और चाँद की चुप्पी में फर्क नहीं,
दोनों ही रात को मेरा पता पूछते हैं।[/shayari_share]

No 16:
रात की चुप में चाँद धीरे से पूछ बैठा,
“क्या आज भी तुम उसे उतना ही याद करते हो?”

[shayari_share]रात की चुप में चाँद धीरे से पूछ बैठा,
“क्या आज भी तुम उसे उतना ही याद करते हो?”[/shayari_share]

No 17:
तेरे जाने के बाद चाँद से बस इतनी दोस्ती रही,
हर रात उसे देखके तुझे थोड़ी देर जी लिया।

[shayari_share]तेरे जाने के बाद चाँद से बस इतनी दोस्ती रही,
हर रात उसे देखके तुझे थोड़ी देर जी लिया।[/shayari_share]

No 18:
मैंने चाँद से कहा वो तुझसे कम नहीं,
मुस्कुराया — जैसे दर्द की बात समझ गया हो।

[shayari_share]मैंने चाँद से कहा वो तुझसे कम नहीं,
मुस्कुराया — जैसे दर्द की बात समझ गया हो।[/shayari_share]

No 19:
तू नहीं तो क्या हुआ, चाँद तो अब भी है,
बस तेरी बातों की वो मिठास नहीं रही।

[shayari_share]तू नहीं तो क्या हुआ, चाँद तो अब भी है,
बस तेरी बातों की वो मिठास नहीं रही।[/shayari_share]

No 20:
चाँद आजकल सवाल नहीं करता,
शायद उसे भी तेरी कमी महसूस होती है।

[shayari_share]चाँद आजकल सवाल नहीं करता,
शायद उसे भी तेरी कमी महसूस होती है।[/shayari_share]

Shayari on chand for girl

No 1:
तू चाँद है या चाँद की कोई बात,
हर रात तुझसे ही होती है मुलाक़ात।

[shayari_share]तू चाँद है या चाँद की कोई बात,
हर रात तुझसे ही होती है मुलाक़ात।[/shayari_share]

No 2:
तेरे चेहरे का नूर कुछ ऐसा बसा है,
चाँद भी देख के तुझसे जला सा लगता है।

[shayari_share]तेरे चेहरे का नूर कुछ ऐसा बसा है,
चाँद भी देख के तुझसे जला सा लगता है।[/shayari_share]

No 3:
तेरी हँसी की चमक में चाँद भी फीका लगे,
तेरे चेहरे पे जो सुकून है, वो कहीं और ना जगे।

[shayari_share]तेरी हँसी की चमक में चाँद भी फीका लगे,
तेरे चेहरे पे जो सुकून है, वो कहीं और ना जगे।[/shayari_share]

No 4:
चाँद भी देखे तुझे तो ठहर जाए,
तू ऐसी लगे जैसे रौशनी खुद उतर आए।

[shayari_share]चाँद भी देखे तुझे तो ठहर जाए,
तू ऐसी लगे जैसे रौशनी खुद उतर आए।[/shayari_share]

No 5:
तू चाँद है, मगर ज़मीन पे आई हुई,
तेरी हर अदा में है एक रोशनी छुपी हुई।

[shayari_share]तू चाँद है, मगर ज़मीन पे आई हुई,
तेरी हर अदा में है एक रोशनी छुपी हुई।[/shayari_share]

No 6:
तेरे चेहरे की मासूमियत में कुछ बात है,
चाँद भी देखे तो थोड़ी देर थम जाता है।

[shayari_share]तेरे चेहरे की मासूमियत में कुछ बात है,
चाँद भी देखे तो थोड़ी देर थम जाता है।[/shayari_share]

No 7:
तेरी आँखों में जब भी देखा चाँद को,
वो और भी हसीन लगने लगा एक पल को।

[shayari_share]तेरी आँखों में जब भी देखा चाँद को,
वो और भी हसीन लगने लगा एक पल को।[/shayari_share]

No 8:

Shayari on chand for girl

तू दिखे तो लगता है रात पूरी हुई,
तेरे बिना तो चाँदनी भी अधूरी हुई।

[shayari_share]तू दिखे तो लगता है रात पूरी हुई,
तेरे बिना तो चाँदनी भी अधूरी हुई।[/shayari_share]

No 9:
चाँद को छूना अब ख्वाब नहीं लगता,
जबसे तुझमें उसका अक्स दिखने लगा है।

[shayari_share]चाँद को छूना अब ख्वाब नहीं लगता,
जबसे तुझमें उसका अक्स दिखने लगा है।[/shayari_share]

No 10:
तू चाँद की तरह हर दिल को भा जाती है,
नज़रों से नहीं, सीधा रूह को छू जाती है।

[shayari_share]तू चाँद की तरह हर दिल को भा जाती है,
नज़रों से नहीं, सीधा रूह को छू जाती है।[/shayari_share]

No 11:
चाँद तेरे सामने खुद को छोटा समझे,
तू ज्यों ख्वाब हो, और वो बस एक किस्सा।

[shayari_share]चाँद तेरे सामने खुद को छोटा समझे,
तू ज्यों ख्वाब हो, और वो बस एक किस्सा।[/shayari_share]

No 12:
तेरे बालों में उलझा जो चाँद का टुकड़ा,
अब हर रात उसी ख्याल में कटती है।

[shayari_share]तेरे बालों में उलझा जो चाँद का टुकड़ा,
अब हर रात उसी ख्याल में कटती है।[/shayari_share]

No 13:
तेरी बातों में वो सुकून है,
जो चाँद की चाँदनी में भी नहीं मिलता।

[shayari_share]तेरी बातों में वो सुकून है,
जो चाँद की चाँदनी में भी नहीं मिलता।[/shayari_share]

No 14:
तेरी मुस्कान चाँद से भी प्यारी लगी,
जैसे रौशनी ने खुद मोहब्बत कर ली।

[shayari_share]तेरी मुस्कान चाँद से भी प्यारी लगी,
जैसे रौशनी ने खुद मोहब्बत कर ली।[/shayari_share]

No 15:
तू दिखे तो चाँद खुद को छुपा ले,
ऐसी रौशनी तो उसकी चाँदनी में भी ना मिले।

[shayari_share]तू दिखे तो चाँद खुद को छुपा ले,
ऐसी रौशनी तो उसकी चाँदनी में भी ना मिले।[/shayari_share]

No 16:
तेरे चेहरे पे जो नूर है,
वो चाँद को भी हर रात मजबूर करता है।

[shayari_share]तेरे चेहरे पे जो नूर है,
वो चाँद को भी हर रात मजबूर करता है।[/shayari_share]

No 17:
तू चाँद नहीं, पर कुछ उससे कम भी नहीं,
तेरी आँखों में वो कशिश है जो हर दिल को छू ले।

[shayari_share]तू चाँद नहीं, पर कुछ उससे कम भी नहीं,
तेरी आँखों में वो कशिश है जो हर दिल को छू ले।[/shayari_share]

No 18:
तेरी चाल में जो सादगी है,
वो चाँद की चुप्पी से भी ज़्यादा हसीन है।

[shayari_share]तेरी चाल में जो सादगी है,
वो चाँद की चुप्पी से भी ज़्यादा हसीन है।[/shayari_share]

No 19:
चाँद देखे तुझे तो शरमा जाए,
तेरे सामने उसकी रौशनी भी कम पड़ जाए।

[shayari_share]चाँद देखे तुझे तो शरमा जाए,
तेरे सामने उसकी रौशनी भी कम पड़ जाए।[/shayari_share]

Boy Chand Shayari

No 1:
उसकी आँखों में चाँद सा सुकून है,
देखो तो लगे जैसे रात ही मज़मून है।

[shayari_share]उसकी आँखों में चाँद सा सुकून है,
देखो तो लगे जैसे रात ही मज़मून है।[/shayari_share]

No 2:
वो चाँद नहीं, पर रात का सहारा ज़रूर है,
उसकी मुस्कान में इक प्यारा सा उजाला भरपूर है।

[shayari_share]वो चाँद नहीं, पर रात का सहारा ज़रूर है,
उसकी मुस्कान में इक प्यारा सा उजाला भरपूर है।[/shayari_share]

No 3:
चाँद जैसा चेहरा, और बातों में ठहराव,
ऐसे लड़कों पे तो खुदा भी करे ना सवाल।

[shayari_share]चाँद जैसा चेहरा, और बातों में ठहराव,
ऐसे लड़कों पे तो खुदा भी करे ना सवाल।[/shayari_share]

No 4:
जब भी वो मुस्कराता है चुपचाप,
चाँद को भी महसूस होता है अपना आप।

[shayari_share]जब भी वो मुस्कराता है चुपचाप,
चाँद को भी महसूस होता है अपना आप।[/shayari_share]

No 5:
वो दूर है, पर चाँद की तरह महसूस होता है,
हर रात ख्वाबों में थोड़ा-थोड़ा रोशन होता है।

[shayari_share]वो दूर है, पर चाँद की तरह महसूस होता है,
हर रात ख्वाबों में थोड़ा-थोड़ा रोशन होता है।[/shayari_share]

No 6:
जिस तरह चाँद रातों को सजाता है,
वैसे ही वो मेरी तन्हाइयों को मुस्कुराता है।

[shayari_share]जिस तरह चाँद रातों को सजाता है,
वैसे ही वो मेरी तन्हाइयों को मुस्कुराता है।[/shayari_share]

No 7:
वो जो चाँद की रौशनी में गुम सा रहता है,
उसे देखकर हर अँधेरा सहता है।

[shayari_share]वो जो चाँद की रौशनी में गुम सा रहता है,
उसे देखकर हर अँधेरा सहता है।[/shayari_share]

No 8:

Boy Chand Shayari

उसकी मौजूदगी भी चाँदनी जैसी लगी,
कम बोले, पर दिल में गहराई सी बसी।

[shayari_share]उसकी मौजूदगी भी चाँदनी जैसी लगी,
कम बोले, पर दिल में गहराई सी बसी।[/shayari_share]

No 9:
चाँद हर रात आता है उसे दिखाने,
जैसे आसमां ने भेजा हो उसे मनाने।

[shayari_share]चाँद हर रात आता है उसे दिखाने,
जैसे आसमां ने भेजा हो उसे मनाने।[/shayari_share]

No 10:
वो जब चाँद की ओर देखता है यूँ,
लगता है रातें भी उसके नाम लिखी हों क्यूँ।

[shayari_share]वो जब चाँद की ओर देखता है यूँ,
लगता है रातें भी उसके नाम लिखी हों क्यूँ।[/shayari_share]

No 11:
तेरी ख़ामोशी में जो बात है जनाब,
वो चाँद की चुप्पी में भी नहीं मिलती जवाब।

[shayari_share]तेरी ख़ामोशी में जो बात है जनाब,
वो चाँद की चुप्पी में भी नहीं मिलती जवाब।[/shayari_share]

No 12:
चाँद से कम नहीं तेरा ये चेहरा,
जिसे देखूँ तो दिल हो जाए ठहरा।

[shayari_share]चाँद से कम नहीं तेरा ये चेहरा,
जिसे देखूँ तो दिल हो जाए ठहरा।[/shayari_share]

No 13:
तेरे चेहरे की रौशनी ही कुछ खास है,
चाँद भी तुझमें खुद को देखता हर रात है।

[shayari_share]तेरे चेहरे की रौशनी ही कुछ खास है,
चाँद भी तुझमें खुद को देखता हर रात है।[/shayari_share]

No 14:
वो लड़का, जो खुद को साधारण कहता है,
दरअसल चाँद जैसा है, जो हर किसी को अच्छा लगता है।

[shayari_share]वो लड़का, जो खुद को साधारण कहता है,
दरअसल चाँद जैसा है, जो हर किसी को अच्छा लगता है।[/shayari_share]

No 15:
तेरा अंदाज़, तेरी खामोशी — सब चाँद से मिलते हैं,
तू सामने हो तो रौशनी से दिल खिलते हैं।

[shayari_share]तेरा अंदाज़, तेरी खामोशी — सब चाँद से मिलते हैं,
तू सामने हो तो रौशनी से दिल खिलते हैं।[/shayari_share]

No 16:
वो चाँद नहीं, पर रातों में उजाला करता है,
हर बात में अपनेपन का हवाला करता है।

[shayari_share]वो चाँद नहीं, पर रातों में उजाला करता है,
हर बात में अपनेपन का हवाला करता है।[/shayari_share]

No 17:
तेरे होने से ही तो ये रातें हसीं लगती हैं,
वरना चाँद तो सदियों से बस ऊपर ही चमकती हैं।

[shayari_share]तेरे होने से ही तो ये रातें हसीं लगती हैं,
वरना चाँद तो सदियों से बस ऊपर ही चमकती हैं।[/shayari_share]

No 18:
उसके माथे की वो हल्की सी चमक,
चाँद भी बोले — “ये तो मुझसे भी बेहतर है हक़।”

[shayari_share]उसके माथे की वो हल्की सी चमक,
चाँद भी बोले — “ये तो मुझसे भी बेहतर है हक़।”[/shayari_share]

No 19:
तेरा जिक्र आया तो चाँद चुप हो गया,
शायद उसे भी अपनी चमक कम लगने लगी।

[shayari_share]तेरा जिक्र आया तो चाँद चुप हो गया,
शायद उसे भी अपनी चमक कम लगने लगी।[/shayari_share]

Love chand shayari

No 1:
चाँद से कह दिया है मैंने तेरा हाल सुनाना,
हर रात वो तेरी यादों में डूब कर आता है।

[shayari_share]चाँद से कह दिया है मैंने तेरा हाल सुनाना,
हर रात वो तेरी यादों में डूब कर आता है।[/shayari_share]

No 2:
तेरी मोहब्बत ने चाँद को भी मेरा हमराज बना दिया,
अब हर रात वो तेरी बातें करता है बेमोल।

[shayari_share]तेरी मोहब्बत ने चाँद को भी मेरा हमराज बना दिया,
अब हर रात वो तेरी बातें करता है बेमोल।[/shayari_share]

No 3:
चाँद को देखो तो मेरी मोहब्बत समझ में आए,
हर दाग़ में मेरी तन्हा रातें समाए।

[shayari_share]चाँद को देखो तो मेरी मोहब्बत समझ में आए,
हर दाग़ में मेरी तन्हा रातें समाए।[/shayari_share]

No 4:
चाँद भी अब तुझसे जलने लगा है,
कहता है, “ऐसा प्यार तो मैंने भी नहीं देखा।”

[shayari_share]चाँद भी अब तुझसे जलने लगा है,
कहता है, “ऐसा प्यार तो मैंने भी नहीं देखा।”[/shayari_share]

No 5:
तेरे बिना भी चाँद से प्यार सा हो गया है,
शायद उसमें तेरा अक्स बसा हो गया है।

[shayari_share]तेरे बिना भी चाँद से प्यार सा हो गया है,
शायद उसमें तेरा अक्स बसा हो गया है।[/shayari_share]

No 6:
रात को चाँद तुझसे मिलने का बहाना लगता है,
तेरी यादों का कोई चुप सा तराना लगता है।

[shayari_share]रात को चाँद तुझसे मिलने का बहाना लगता है,
तेरी यादों का कोई चुप सा तराना लगता है।[/shayari_share]

No 7:
तेरे प्यार में जो सुकून है,
वो चाँदनी रातों में भी नहीं मिलता।

[shayari_share]तेरे प्यार में जो सुकून है,
वो चाँदनी रातों में भी नहीं मिलता।[/shayari_share]

No 8:
तेरी मुस्कान में जो जादू है,
वो चाँद को भी अपना बना ले।

[shayari_share]तेरी मुस्कान में जो जादू है,
वो चाँद को भी अपना बना ले।[/shayari_share]

No 9:
चाँद से कह आया हूँ आज ये बात,
जिससे मोहब्बत है, वो तुझसे भी हसीन है रात।

[shayari_share]चाँद से कह आया हूँ आज ये बात,
जिससे मोहब्बत है, वो तुझसे भी हसीन है रात।[/shayari_share]

No 10:
तू जब साथ होता है तो चाँद भी और रोशन लगता है,
तेरे बिना तो आसमान भी सूना-सूना लगता है।

[shayari_share]तू जब साथ होता है तो चाँद भी और रोशन लगता है,
तेरे बिना तो आसमान भी सूना-सूना लगता है।[/shayari_share]

No 11:

Love chand shayari

तेरी आँखों की नमी में जो चाँद दिखता है,
वो मेरी मोहब्बत का ही तो अक्स रखता है।

[shayari_share]तेरी आँखों की नमी में जो चाँद दिखता है,
वो मेरी मोहब्बत का ही तो अक्स रखता है।[/shayari_share]

No 12:
तेरे साथ चाँदनी भी हसीन लगती है,
वरना रात तो तन्हा ही बीतती है।

[shayari_share]तेरे साथ चाँदनी भी हसीन लगती है,
वरना रात तो तन्हा ही बीतती है।[/shayari_share]

No 13:
मोहब्बत का पहला ख़त चाँद पर लिखा था,
तूने पढ़ा नहीं, मगर रातें अब तक रोशन हैं।

[shayari_share]मोहब्बत का पहला ख़त चाँद पर लिखा था,
तूने पढ़ा नहीं, मगर रातें अब तक रोशन हैं।[/shayari_share]

No 14:
तेरा नाम लबों पर हो और चाँद सामने हो,
फिर ना तो दुआ की ज़रूरत, ना कोई और ग़म हो।

[shayari_share]तेरा नाम लबों पर हो और चाँद सामने हो,
फिर ना तो दुआ की ज़रूरत, ना कोई और ग़म हो।[/shayari_share]

No 15:
चाँद से भी आगे निकल गई है मेरी चाहत,
अब तू ही मेरा नूर, तू ही मेरी राहत।

[shayari_share]चाँद से भी आगे निकल गई है मेरी चाहत,
अब तू ही मेरा नूर, तू ही मेरी राहत।[/shayari_share]

No 16:
जब-जब चाँद दिखता है, तेरा ख्याल आता है,
जैसे मोहब्बत आसमां से उतर कर सीने में बस जाता है।

[shayari_share]जब-जब चाँद दिखता है, तेरा ख्याल आता है,
जैसे मोहब्बत आसमां से उतर कर सीने में बस जाता है।[/shayari_share]

No 17:
तेरे नाम से जो चाँद को पुकारा है,
उसने भी तुझे अपना यार माना है।

[shayari_share]तेरे नाम से जो चाँद को पुकारा है,
उसने भी तुझे अपना यार माना है।[/shayari_share]

No 18:
तेरी मोहब्बत में ये दिल कुछ ऐसा डूबा,
कि अब चाँद भी तुझसे कम नज़र आता है।

[shayari_share]तेरी मोहब्बत में ये दिल कुछ ऐसा डूबा,
कि अब चाँद भी तुझसे कम नज़र आता है।[/shayari_share]

Sad shayari on chand

No 1:
चाँद भी आज कुछ टूट-सा लगा,
तेरे बिना आसमां अधूरा-सा लगा।

[shayari_share]चाँद भी आज कुछ टूट-सा लगा,
तेरे बिना आसमां अधूरा-सा लगा।[/shayari_share]

No 2:
जबसे तू गया है, चाँद भी फीका लगता है,
अब रातों में उजाला नहीं, बस खालीपन रहता है।

[shayari_share]जबसे तू गया है, चाँद भी फीका लगता है,
अब रातों में उजाला नहीं, बस खालीपन रहता है।[/shayari_share]

No 3:
वो चाँद जो कभी साथ मुस्कराया करता था,
अब हर रात चुपचाप मुझे देखता है।

[shayari_share]वो चाँद जो कभी साथ मुस्कराया करता था,
अब हर रात चुपचाप मुझे देखता है।[/shayari_share]

No 4:

Sad shayari on chand

तेरी जुदाई ने चाँद से रिश्ता तोड़ दिया,
अब वो भी मेरी तन्हाई में शामिल हो गया।

[shayari_share]तेरी जुदाई ने चाँद से रिश्ता तोड़ दिया,
अब वो भी मेरी तन्हाई में शामिल हो गया।[/shayari_share]

No 5:
चाँद भी मुझसे सवाल करने लगा है,
“क्यों हर रात तू मेरी तरफ़ यूँ देखता है?”

[shayari_share]चाँद भी मुझसे सवाल करने लगा है,
“क्यों हर रात तू मेरी तरफ़ यूँ देखता है?”[/shayari_share]

No 6:
तेरे बिना चाँद भी अजनबी लगता है,
जैसे उस रौशनी का कोई मतलब ही नहीं रहा।

[shayari_share]तेरे बिना चाँद भी अजनबी लगता है,
जैसे उस रौशनी का कोई मतलब ही नहीं रहा।[/shayari_share]

No 7:
आज फिर चाँदनी में तन्हा बैठा हूँ,
तेरी यादों की आग में खुद को सुलगता हूँ।

[shayari_share]आज फिर चाँदनी में तन्हा बैठा हूँ,
तेरी यादों की आग में खुद को सुलगता हूँ।[/shayari_share]

No 8:
उस चाँद से अब दिल नहीं लगता,
जिसकी चाँदनी तेरी याद दिलाती है।

[shayari_share]उस चाँद से अब दिल नहीं लगता,
जिसकी चाँदनी तेरी याद दिलाती है।[/shayari_share]

No 9:
तेरे बाद चाँद भी ग़मगीन रहने लगा है,
रातों की चुप्पी अब दर्द बयान करने लगी है।

[shayari_share]तेरे बाद चाँद भी ग़मगीन रहने लगा है,
रातों की चुप्पी अब दर्द बयान करने लगी है।[/shayari_share]

No 10:
तेरी यादें चाँद के साए में बैठी हैं,
और मैं उनकी छाँव में हर रात भीगता हूँ।

[shayari_share]तेरी यादें चाँद के साए में बैठी हैं,
और मैं उनकी छाँव में हर रात भीगता हूँ।[/shayari_share]

No 11:
जिस चाँद को देखके कभी तू हँसा करती थी,
अब वही मुझे तेरी ख़ामोशी दे जाता है।

[shayari_share]जिस चाँद को देखके कभी तू हँसा करती थी,
अब वही मुझे तेरी ख़ामोशी दे जाता है।[/shayari_share]

No 12:
मैंने चाँद से तेरा पता पूछा था कल,
वो भी उदास होकर बादलों में छिप गया।

[shayari_share]मैंने चाँद से तेरा पता पूछा था कल,
वो भी उदास होकर बादलों में छिप गया।[/shayari_share]

No 13:
तेरे बिना चाँद भी बेनूर लगता है,
रात का हर लम्हा मंज़र-ए-दर्द लगता है।

[shayari_share]तेरे बिना चाँद भी बेनूर लगता है,
रात का हर लम्हा मंज़र-ए-दर्द लगता है।[/shayari_share]

No 14:
उस रात जब तू गया था, चाँद भी नहीं आया,
शायद उसे भी जुदाई का डर सताया।

[shayari_share]उस रात जब तू गया था, चाँद भी नहीं आया,
शायद उसे भी जुदाई का डर सताया।[/shayari_share]

No 15:
चाँद के साए में जो सुकून हुआ करता था,
अब वहाँ भी तेरे बिछड़ने का ग़म रहता है।

[shayari_share]चाँद के साए में जो सुकून हुआ करता था,
अब वहाँ भी तेरे बिछड़ने का ग़म रहता है।[/shayari_share]

No 16:
तेरे जाने के बाद चाँद से शिकवा है,
वो क्यूँ अब भी हर रात मुझे तुझसे मिलाने आता है?

[shayari_share]तेरे जाने के बाद चाँद से शिकवा है,
वो क्यूँ अब भी हर रात मुझे तुझसे मिलाने आता है?[/shayari_share]

No 17:
चाँद अब तन्हा नहीं चमकता,
मेरी तन्हाई का हिस्सा बन चुका है।

[shayari_share]चाँद अब तन्हा नहीं चमकता,
मेरी तन्हाई का हिस्सा बन चुका है।[/shayari_share]

No 18:
कभी चाँद को देखकर दिल खिलता था,
अब उसी रौशनी में दर्द पलता है।

[shayari_share]कभी चाँद को देखकर दिल खिलता था,
अब उसी रौशनी में दर्द पलता है।[/shayari_share]

No 19:
तेरी तस्वीर चाँद में ढूंढते-ढूंढते,
अब खुद को ही खो बैठा हूँ।

[shayari_share]तेरी तस्वीर चाँद में ढूंढते-ढूंढते,
अब खुद को ही खो बैठा हूँ।[/shayari_share]

Best shayari on chand

No 1:
चाँद को देखा तो ख्याल तेरा आया,
जैसे आसमान ने कोई खत पढ़कर सुकून पाया।

[shayari_share]चाँद को देखा तो ख्याल तेरा आया,
जैसे आसमान ने कोई खत पढ़कर सुकून पाया।[/shayari_share]

No 2:
हर रात चाँद मेरी छत पर उतर आता है,
तेरी यादों का पैगाम ले कर मुस्कुराता है।

[shayari_share]हर रात चाँद मेरी छत पर उतर आता है,
तेरी यादों का पैगाम ले कर मुस्कुराता है।[/shayari_share]

No 3:
चाँद में जो सुकून है, वो किताबों में नहीं,
वो चुपचाप समझ लेता है बिना बोले भी सही।

[shayari_share]चाँद में जो सुकून है, वो किताबों में नहीं,
वो चुपचाप समझ लेता है बिना बोले भी सही।[/shayari_share]

No 4:
चाँद जब भी दिखता है आसमान में,
तेरा नाम लिख देता है मेरी जान में।

[shayari_share]चाँद जब भी दिखता है आसमान में,
तेरा नाम लिख देता है मेरी जान में।[/shayari_share]

No 5:
जिसे देखूं मैं हर रात बेख्याल होकर,
वो चाँद नहीं, तेरा ख्याल है जो आसमान में चमकता है।

[shayari_share]जिसे देखूं मैं हर रात बेख्याल होकर,
वो चाँद नहीं, तेरा ख्याल है जो आसमान में चमकता है।[/shayari_share]

No 6:

Best shayari on chand

तू चाँद है या कोई हसीन फसाना,
हर रात तुझसे मिलना बन गया है बहाना।

[shayari_share]तू चाँद है या कोई हसीन फसाना,
हर रात तुझसे मिलना बन गया है बहाना।[/shayari_share]

No 7:
तेरे चेहरे सा कोई चाँद नहीं देखा,
हर रौशनी में बस तेरा ही साया देखा।

[shayari_share]तेरे चेहरे सा कोई चाँद नहीं देखा,
हर रौशनी में बस तेरा ही साया देखा।[/shayari_share]

No 8:
ये चाँद भी बड़ा समझदार है,
हर रात तन्हाई में मेरा हमराज़ है।

[shayari_share]ये चाँद भी बड़ा समझदार है,
हर रात तन्हाई में मेरा हमराज़ है।[/shayari_share]

No 9:
तेरे बिना भी चाँद मुस्कराता है,
शायद उसे भी अधूरी मोहब्बत भाती है।

[shayari_share]तेरे बिना भी चाँद मुस्कराता है,
शायद उसे भी अधूरी मोहब्बत भाती है।[/shayari_share]

No 10:
चाँद की तरह मैं भी हर रात खामोश हूँ,
जैसे किसी अपने से बिछड़ जाने का एहसास हूँ।

[shayari_share]चाँद की तरह मैं भी हर रात खामोश हूँ,
जैसे किसी अपने से बिछड़ जाने का एहसास हूँ।[/shayari_share]

No 11:
चाँद से पूछा तेरा पता, वो मुस्कुराया,
कहा — “जो दिल में बसा हो, उसका क्या रास्ता बताया?”

[shayari_share]चाँद से पूछा तेरा पता, वो मुस्कुराया,
कहा — “जो दिल में बसा हो, उसका क्या रास्ता बताया?”[/shayari_share]

No 12:
उस चाँद की रौशनी भी फीकी लगे,
जब तेरा नाम दिल से मिटाने की बात चले।

[shayari_share]उस चाँद की रौशनी भी फीकी लगे,
जब तेरा नाम दिल से मिटाने की बात चले।[/shayari_share]

No 13:
चाँद को जब छुआ नहीं जा सकता,
तब समझ आया, सच्चा प्यार क्या होता है।

[shayari_share]चाँद को जब छुआ नहीं जा सकता,
तब समझ आया, सच्चा प्यार क्या होता है।[/shayari_share]

No 14:
चाँदनी जब तेरे चेहरे से टकराती है,
फिर पूरी कायनात ठहर सी जाती है।

[shayari_share]चाँदनी जब तेरे चेहरे से टकराती है,
फिर पूरी कायनात ठहर सी जाती है।[/shayari_share]

No 15:
चाँद से मिलती-जुलती तेरी ये सादगी,
हर शायर को मजबूर कर दे लिखने की बन्दगी।

[shayari_share]चाँद से मिलती-जुलती तेरी ये सादगी,
हर शायर को मजबूर कर दे लिखने की बन्दगी।[/shayari_share]

No 16:
जो दिल को सुकून दे, वो चाँद ही तो है,
जो खामोशी में बोले, वो अंदाज़ ही तो है।

[shayari_share]जो दिल को सुकून दे, वो चाँद ही तो है,
जो खामोशी में बोले, वो अंदाज़ ही तो है।[/shayari_share]

No 17:
हर रात चाँद की तरफ़ देखना अब आदत बन गई है,
शायद उस रौशनी में तेरा चेहरा बसा रह गया है।

[shayari_share]हर रात चाँद की तरफ़ देखना अब आदत बन गई है,
शायद उस रौशनी में तेरा चेहरा बसा रह गया है।[/shayari_share]

No 18:
चाँद को क्या मालूम वो क्या है मेरे लिए,
वो तो बस रोशनी है, तू तो पूरी ज़िन्दगी है।

[shayari_share]चाँद को क्या मालूम वो क्या है मेरे लिए,
वो तो बस रोशनी है, तू तो पूरी ज़िन्दगी है।[/shayari_share]

No 19:
अगर कभी चाँद गुम हो जाए आसमां से,
तो तेरा नाम लिख दूँ हर तारे की ज़ुबां से।

[shayari_share]अगर कभी चाँद गुम हो जाए आसमां से,
तो तेरा नाम लिख दूँ हर तारे की ज़ुबां से।[/shayari_share]

Romantic shayari on chand

No 1:
तेरे साथ बैठकर चाँद को देखा था पहली बार,
तबसे हर रात में तेरा ही एहसास है बार-बार।

[shayari_share]तेरे साथ बैठकर चाँद को देखा था पहली बार,
तबसे हर रात में तेरा ही एहसास है बार-बार।[/shayari_share]

No 2:
तेरे होंठों की मुस्कान में जो मिठास है,
वो चाँदनी रात में भी कहाँ मिलती पास है।

[shayari_share]तेरे होंठों की मुस्कान में जो मिठास है,
वो चाँदनी रात में भी कहाँ मिलती पास है।[/shayari_share]

No 3:
तेरी बाहों में चाँद को थाम लेने का एहसास है,
जैसे आसमां खुद ज़मीन पर उतर आया हो पास है।

[shayari_share]तेरी बाहों में चाँद को थाम लेने का एहसास है,
जैसे आसमां खुद ज़मीन पर उतर आया हो पास है।[/shayari_share]

No 4:
तेरे इश्क़ की चाँदनी में भीगते हैं हम,
हर रात तुझसे मिलने के बहाने बनते हैं हम।

[shayari_share]तेरे इश्क़ की चाँदनी में भीगते हैं हम,
हर रात तुझसे मिलने के बहाने बनते हैं हम।[/shayari_share]

No 5:
जब तू साथ होती है तो चाँद भी रुक जाता है,
तेरे पहलू में हर लम्हा मुकम्मल हो जाता है।

[shayari_share]जब तू साथ होती है तो चाँद भी रुक जाता है,
तेरे पहलू में हर लम्हा मुकम्मल हो जाता है।[/shayari_share]

No 6:
तेरे माथे की बिंदिया में चाँद सा नूर है,
देखूं तुझे तो लगे जैसे पूरी कायनात मेरे सुरूर में है।

[shayari_share]तेरे माथे की बिंदिया में चाँद सा नूर है,
देखूं तुझे तो लगे जैसे पूरी कायनात मेरे सुरूर में है।[/shayari_share]

No 7:
चाँद से ज़्यादा रोशन है तेरा प्यार,
जो दिल की हर रात को कर दे ख़ास बार-बार।

[shayari_share]चाँद से ज़्यादा रोशन है तेरा प्यार,
जो दिल की हर रात को कर दे ख़ास बार-बार।[/shayari_share]

No 8:
चाँद भी देखे तुझे तो रश्क करे,
ऐसी मोहब्बत जो हर रात सजा करे।

[shayari_share]चाँद भी देखे तुझे तो रश्क करे,
ऐसी मोहब्बत जो हर रात सजा करे।[/shayari_share]

No 9:
तेरे साथ हर रात को चाँद से सजाया है,
पलकों पे तेरे ख्वाबों का आसमां बसाया है।

[shayari_share]तेरे साथ हर रात को चाँद से सजाया है,
पलकों पे तेरे ख्वाबों का आसमां बसाया है।[/shayari_share]

No 10:
तेरी आंखों में जो चाँद सा चमकता है,
वो मेरे इश्क़ की हर दुआ को सच करता है।

[shayari_share]तेरी आंखों में जो चाँद सा चमकता है,
वो मेरे इश्क़ की हर दुआ को सच करता है।[/shayari_share]

No 11:
तेरे करीब आके चाँद भी शर्मा जाए,
तेरी खुशबू से ही चाँदनी महक जाए।

[shayari_share]तेरे करीब आके चाँद भी शर्मा जाए,
तेरी खुशबू से ही चाँदनी महक जाए।[/shayari_share]

No 12:
हम चाँद को नहीं देखते अब वैसे,
तू जो साथ है, रौशनी भी तुझसे ही है जैसे।

[shayari_share]हम चाँद को नहीं देखते अब वैसे,
तू जो साथ है, रौशनी भी तुझसे ही है जैसे।[/shayari_share]

No 13:
तू जब मेरे सीने से लगती है,
चाँदनी भी रुककर मोहब्बत की गवाही देती है।

[shayari_share]तू जब मेरे सीने से लगती है,
चाँदनी भी रुककर मोहब्बत की गवाही देती है।[/shayari_share]

No 14:

Romantic shayari on chand

तेरी बातों में चाँदनी सी नमी है,
जो हर रात मेरे दिल को छू जाती है ग़मी में।

[shayari_share]तेरी बातों में चाँदनी सी नमी है,
जो हर रात मेरे दिल को छू जाती है ग़मी में।[/shayari_share]

No 15:
तेरे बिना चाँद भी अधूरा सा लगे,
तू पास हो तो हर सितारा अपना लगे।

[shayari_share]तेरे बिना चाँद भी अधूरा सा लगे,
तू पास हो तो हर सितारा अपना लगे।[/shayari_share]

No 16:
चाँद तो बहाना है तुझे देखने का,
असल में तो इश्क़ है तुझसे कहने का।

[shayari_share]चाँद तो बहाना है तुझे देखने का,
असल में तो इश्क़ है तुझसे कहने का।[/shayari_share]

No 17:
तू जब चाँद को देखती है मुस्कुरा के,
कसम से, वो भी थोड़ी देर ठहर जाता है शरमा के।

[shayari_share]तू जब चाँद को देखती है मुस्कुरा के,
कसम से, वो भी थोड़ी देर ठहर जाता है शरमा के।[/shayari_share]

No 18:
तेरे प्यार ने चाँद को भी हसीन बना दिया,
वरना पहले वो बस एक रोशनी का टुकड़ा था।

[shayari_share]तेरे प्यार ने चाँद को भी हसीन बना दिया,
वरना पहले वो बस एक रोशनी का टुकड़ा था।[/shayari_share]

No 19:
तू जब चाँदनी में लिपटी सामने आती है,
हर धड़कन मोहब्बत का नगमा गुनगुनाती है।

[shayari_share]तू जब चाँदनी में लिपटी सामने आती है,
हर धड़कन मोहब्बत का नगमा गुनगुनाती है।[/shayari_share]

चाँद पर लिखी ये शायरी बस लफ़्ज़ नहीं, दिल से निकली वो बातें हैं जो हर किसी के एहसास से जुड़ती हैं। उम्मीद है आपको भी इनमें अपना कोई पल जरूर मिल गया होगा।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *