कभी ज़िंदगी अचानक थम सी जाती है, तो कभी हालात सब्र की सख़्त माँग करते हैं। ऐसे ही लम्हों में दिल को सुकून देने वाली होती है Sabar Shayari — जो ना सिर्फ दिल को राहत देती है, बल्कि हौसला भी देती है जीने का। इस पोस्ट में हम आपके लिए लाए हैं दिल से लिखी गई, बिल्कुल नई और खास सबर शायरी — जो आपकी भावनाओं को बयां भी करेगी और थोड़ी तसल्ली भी देगी।
Table of Contents
Sabar Shayari 2 Lines
No 1:
सब्र का फल देर से ही सही, मगर मीठा जरूर होता है,
वक़्त जब साथ देता है, तब हर ज़ख़्म भरता है।
[shayari_share]सब्र का फल देर से ही सही, मगर मीठा जरूर होता है,
वक़्त जब साथ देता है, तब हर ज़ख़्म भरता है।[/shayari_share]
No 2:
जो सब्र कर लेता है, वो हर हालात जीत लेता है,
क्योंकि तूफ़ानों में भी वही कश्ती पार होती है।
[shayari_share]जो सब्र कर लेता है, वो हर हालात जीत लेता है,
क्योंकि तूफ़ानों में भी वही कश्ती पार होती है।[/shayari_share]
No 3:
बोलना सबको आता है, मगर चुप रहना सब्र वालों का हुनर है,
हर जवाब ज़रूरी नहीं होता, कभी खामोशी भी असर है।
[shayari_share]बोलना सबको आता है, मगर चुप रहना सब्र वालों का हुनर है,
हर जवाब ज़रूरी नहीं होता, कभी खामोशी भी असर है।[/shayari_share]
No 4:

सब्र की आग में जो खुद को तपाता है,
वो ही वक्त आने पर सोने-सा चमकता है।
[shayari_share]सब्र की आग में जो खुद को तपाता है,
वो ही वक्त आने पर सोने-सा चमकता है।[/shayari_share]
No 5:
दुनिया हँसेगी तेरे सब्र पे आज,
कल वही तेरा मुक़द्दर सलाम करेगी।
[shayari_share]दुनिया हँसेगी तेरे सब्र पे आज,
कल वही तेरा मुक़द्दर सलाम करेगी।[/shayari_share]
No 6:
तेज़ चलने से नहीं, ठहर के सोचने से रास्ता बनता है,
और यही सब्र की सबसे बड़ी पहचान बनता है।
[shayari_share]तेज़ चलने से नहीं, ठहर के सोचने से रास्ता बनता है,
और यही सब्र की सबसे बड़ी पहचान बनता है।[/shayari_share]
No 7:
सब्र कर, ये दर्द भी एक दिन कहानी बन जाएगा,
जो आज रुला रहा है, कल मुस्कान दिलाएगा।
[shayari_share]सब्र कर, ये दर्द भी एक दिन कहानी बन जाएगा,
जो आज रुला रहा है, कल मुस्कान दिलाएगा।[/shayari_share]
No 8:
सब्र कोई कमज़ोरी नहीं, ये सबसे बड़ा साहस है,
जो तूफ़ानों में भी चुपचाप खड़ा रहता है।
[shayari_share]सब्र कोई कमज़ोरी नहीं, ये सबसे बड़ा साहस है,
जो तूफ़ानों में भी चुपचाप खड़ा रहता है।[/shayari_share]
No 9:
जो तुझे आज ना मिला, कल तेरा हो जाएगा,
सब्र कर, तेरा वक्त भी जरूर आएगा।
[shayari_share]जो तुझे आज ना मिला, कल तेरा हो जाएगा,
सब्र कर, तेरा वक्त भी जरूर आएगा।[/shayari_share]
No 10:
हर पल को जल्दी में मत काट,
सब्र रख, हर चीज़ वक्त से ही मिलती है यार।
[shayari_share]हर पल को जल्दी में मत काट,
सब्र रख, हर चीज़ वक्त से ही मिलती है यार।[/shayari_share]
No 11:
सब्र रखो जनाब, हर किसी की कहानी अधूरी होती है,
पूरा वो ही होता है जो अंत तक रुका रहता है।
[shayari_share]सब्र रखो जनाब, हर किसी की कहानी अधूरी होती है,
पूरा वो ही होता है जो अंत तक रुका रहता है।[/shayari_share]
No 12:
तू बस अपने कर्म कर, फल पर सब्र रख,
क्योंकि नसीब की लकीरें सब्र से ही चमकती हैं।
[shayari_share]तू बस अपने कर्म कर, फल पर सब्र रख,
क्योंकि नसीब की लकीरें सब्र से ही चमकती हैं।[/shayari_share]
No 13:
जो अपने घाव छुपा ले, वही सच्चा सब्र वाला है,
वरना दर्द तो सबको है, कोई चीखता है, कोई मुस्कुराता है।
[shayari_share]जो अपने घाव छुपा ले, वही सच्चा सब्र वाला है,
वरना दर्द तो सबको है, कोई चीखता है, कोई मुस्कुराता है।[/shayari_share]
No 14:
जब तक हालात सुधरें, तब तक सब्र ही सहारा है,
वरना वक़्त किसी का सगा नहीं होता।
[shayari_share]जब तक हालात सुधरें, तब तक सब्र ही सहारा है,
वरना वक़्त किसी का सगा नहीं होता।[/shayari_share]
No 15:
सब्र वो आइना है, जिसमें इंसान खुद को साफ़ देख पाता है,
ना घमंड, ना ग़म — बस सुकून आता है।
[shayari_share]सब्र वो आइना है, जिसमें इंसान खुद को साफ़ देख पाता है,
ना घमंड, ना ग़म — बस सुकून आता है।[/shayari_share]
No 16:
सब्र करने वाला कभी खाली नहीं जाता,
वक्त उसे वहीं ले जाता है जहाँ वो सच में चाहता है।
[shayari_share]सब्र करने वाला कभी खाली नहीं जाता,
वक्त उसे वहीं ले जाता है जहाँ वो सच में चाहता है।[/shayari_share]
No 17:
तेरे खामोश सब्र में भी बड़ी ताक़त है,
जो शब्द नहीं कह सके, वो नज़रें बयान कर देती हैं।
[shayari_share]तेरे खामोश सब्र में भी बड़ी ताक़त है,
जो शब्द नहीं कह सके, वो नज़रें बयान कर देती हैं।[/shayari_share]
No 18:
सब्र रखने वाला, हर हार को जीत में बदलता है,
वो काँटों से भी फूलों की खुशबू निकालता है।
[shayari_share]सब्र रखने वाला, हर हार को जीत में बदलता है,
वो काँटों से भी फूलों की खुशबू निकालता है।[/shayari_share]
No 19:
जिसे सब्र आ गया, समझो उसे ज़िंदगी समझ आ गई,
हर दुख में भी वो सुकून की राह पा गई।
[shayari_share]जिसे सब्र आ गया, समझो उसे ज़िंदगी समझ आ गई,
हर दुख में भी वो सुकून की राह पा गई।[/shayari_share]
No 20:
सब्र से बढ़कर कोई सज़ा नहीं,
पर जब फल मिलता है, तो सारा दर्द बेअसर हो जाता है।
[shayari_share]सब्र से बढ़कर कोई सज़ा नहीं,
पर जब फल मिलता है, तो सारा दर्द बेअसर हो जाता है।[/shayari_share]
Naseeb Sabar Shayari
No 1:
जब तक सब्र है, तब तक ही मुक़द्दर साथ देता है,
वरना हर मोड़ पे नसीब भी मुँह मोड़ लेता है।
[shayari_share]जब तक सब्र है, तब तक ही मुक़द्दर साथ देता है
वरना हर मोड़ पे नसीब भी मुँह मोड़ लेता है।[/shayari_share]
No 2:
कभी-कभी नसीब भी सब्र का इम्तिहान लेता है,
हर आँसू के बदले कोई मुस्कान देता है।
[shayari_share]कभी-कभी नसीब भी सब्र का इम्तिहान लेता है
हर आँसू के बदले कोई मुस्कान देता है।[/shayari_share]
No 3:

सब्र रख, नसीब को वक्त बदलने दे,
जो खोया है तेरा, वही तुझसे मिलने दे।
[shayari_share]सब्र रख, नसीब को वक्त बदलने दे
जो खोया है तेरा, वही तुझसे मिलने दे।[/shayari_share]
No 4:
जो मिला नहीं, उस पर ग़म क्यूँ करना,
सब्र कर, शायद नसीब कुछ बेहतर करना चाहता है।
[shayari_share]जो मिला नहीं, उस पर ग़म क्यूँ करना
सब्र कर, शायद नसीब कुछ बेहतर करना चाहता है।[/shayari_share]
No 5:
नसीब से शिकवा नहीं, वक्त का इंतज़ार है,
सब्र की राह पे ही तो सारा संसार है।
[shayari_share]नसीब से शिकवा नहीं, वक्त का इंतज़ार है
सब्र की राह पे ही तो सारा संसार है।[/shayari_share]
No 6:
जिन्हें सब्र नहीं आता, नसीब उन्हें ठुकरा देता है,
और जो सब्र रखते हैं, मुक़द्दर उन्हीं को गले लगाता है।
[shayari_share]जिन्हें सब्र नहीं आता, नसीब उन्हें ठुकरा देता है
और जो सब्र रखते हैं, मुक़द्दर उन्हीं को गले लगाता है।[/shayari_share]
No 7:
कभी-कभी नसीब भी खामोशी से सिखा देता है,
कि सब्र रखने वाले ही सच्चा जीना जानते हैं।
[shayari_share]कभी-कभी नसीब भी खामोशी से सिखा देता है
कि सब्र रखने वाले ही सच्चा जीना जानते हैं।[/shayari_share]
No 8:
नसीब का भी एक वक़्त आता है चुपचाप,
सब्र कर, तू भी बन जाएगा मिसाल जनाब।
[shayari_share]नसीब का भी एक वक़्त आता है चुपचाप
सब्र कर, तू भी बन जाएगा मिसाल जनाब।[/shayari_share]
No 9:
सब्र की राह में ही नसीब का दरवाज़ा खुलता है,
जो जल्दी में होते हैं, अक्सर खाली हाथ लौटते हैं।
[shayari_share]सब्र की राह में ही नसीब का दरवाज़ा खुलता है
जो जल्दी में होते हैं, अक्सर खाली हाथ लौटते हैं।[/shayari_share]
No 10:
जब सब्र करोगे, तब समझोगे नसीब क्या होता है,
हर रुकावट के पीछे भी कोई मेहरबानी छिपी होती है।
[shayari_share]जब सब्र करोगे, तब समझोगे नसीब क्या होता है
हर रुकावट के पीछे भी कोई मेहरबानी छिपी होती है।[/shayari_share]
No 11:
कभी तो नसीब भी सब्र से डर जाएगा,
तेरे हौंसले को देख खुद झुक जाएगा।
[shayari_share]कभी तो नसीब भी सब्र से डर जाएगा
तेरे हौंसले को देख खुद झुक जाएगा।[/shayari_share]
No 12:
नसीब ने जो भी दिया, शुक्र उसी का किया,
सब्र ने सिखाया, कैसे हर दर्द को जिया।
[shayari_share]नसीब ने जो भी दिया, शुक्र उसी का किया
सब्र ने सिखाया, कैसे हर दर्द को जिया।[/shayari_share]
No 13:
वो जो आज नहीं मिला, कल तेरा होगा,
सब्र रख, नसीब भी तेरा ही होगा।
[shayari_share]वो जो आज नहीं मिला, कल तेरा होगा
सब्र रख, नसीब भी तेरा ही होगा।[/shayari_share]
No 14:
सब्र की ताक़त को मत कम आँक,
ये ही तो है जो नसीब को भी बदल देता है चुपचाप।
[shayari_share]सब्र की ताक़त को मत कम आँक
ये ही तो है जो नसीब को भी बदल देता है चुपचाप।[/shayari_share]
No 15:
नसीब से ज्यादा भरोसा कर सब्र पे,
क्योंकि वही तुझे उस मुक़ाम तक पहुँचाएगा जहाँ तू चाहता है।
[shayari_share]नसीब से ज्यादा भरोसा कर सब्र पे
क्योंकि वही तुझे उस मुक़ाम तक पहुँचाएगा जहाँ तू चाहता है।[/shayari_share]
No 16:
तेरा नसीब तुझसे दूर नहीं,
बस सब्र की चादर थोड़ी और बड़ी चाहिए।
[shayari_share]तेरा नसीब तुझसे दूर नहीं
बस सब्र की चादर थोड़ी और बड़ी चाहिए।[/shayari_share]
No 17:
जो सब्र कर गया, वही नसीब से जीत गया,
वरना तो हर कोई किस्मत से हार मान बैठता है।
[shayari_share]जो सब्र कर गया, वही नसीब से जीत गया
वरना तो हर कोई किस्मत से हार मान बैठता है।[/shayari_share]
No 18:
नसीब अगर बंद है, तो सब्र से खोल,
ये वही चाबी है जो हर ताला तोड़ देती है।
[shayari_share]नसीब अगर बंद है, तो सब्र से खोल
ये वही चाबी है जो हर ताला तोड़ देती है।[/shayari_share]
No 19:
हर दिन नसीब का नहीं होता,
कुछ लम्हें सिर्फ सब्र की परीक्षा लेते हैं।
[shayari_share]हर दिन नसीब का नहीं होता
कुछ लम्हें सिर्फ सब्र की परीक्षा लेते हैं।[/shayari_share]
Khamoshi Sabar Shayari
No 1:
ख़ामोशी में जो सब्र है, वो शोर में कहाँ,
दिल टूटकर भी मुस्कुराना सबको कहाँ आता है वहाँ।
[shayari_share]ख़ामोशी में जो सब्र है, वो शोर में कहाँ
दिल टूटकर भी मुस्कुराना सबको कहाँ आता है वहाँ।[/shayari_share]
No 2:
वो चुपचाप सहता रहा हर वार को,
सब्र की मिसाल बन गया वो खामोश प्यार को।
[shayari_share]वो चुपचाप सहता रहा हर वार को
सब्र की मिसाल बन गया वो खामोश प्यार को।[/shayari_share]
No 3:
ख़ामोशी भी कभी-कभी बहुत कुछ कह देती है,
और सब्र हर बात को वक्त पे समझा देती है।
[shayari_share]ख़ामोशी भी कभी-कभी बहुत कुछ कह देती है
और सब्र हर बात को वक्त पे समझा देती है।[/shayari_share]
No 4:
जिसने खामोशी से दर्द सह लिया,
समझो उसने सब्र का असली मतलब कह दिया।
[shayari_share]जिसने खामोशी से दर्द सह लिया
समझो उसने सब्र का असली मतलब कह दिया।[/shayari_share]
No 5:
ना शिकायत की, ना गिला किया,
ख़ामोशी में सब्र का फर्ज़ अदा किया।
[shayari_share]ना शिकायत की, ना गिला किया
ख़ामोशी में सब्र का फर्ज़ अदा किया।[/shayari_share]
No 6:
कुछ लोग चिल्ला कर टूटते हैं,
कुछ सब्र में खामोशी ओढ़कर जीते हैं।
[shayari_share]कुछ लोग चिल्ला कर टूटते हैं
कुछ सब्र में खामोशी ओढ़कर जीते हैं।[/shayari_share]
No 7:

सब्र जब लबों पे ताला लगा देता है,
तब खामोशी भी सुकून सिखा देती है।
[shayari_share]सब्र जब लबों पे ताला लगा देता है
तब खामोशी भी सुकून सिखा देती है।[/shayari_share]
No 8:
ना आवाज़ की ज़रूरत थी, ना आंसुओं की भीड़,
ख़ामोशी ने सब कुछ कह दिया सब्र के साथ तीर।
[shayari_share]ना आवाज़ की ज़रूरत थी, ना आंसुओं की भीड़
ख़ामोशी ने सब कुछ कह दिया सब्र के साथ तीर।[/shayari_share]
No 9:
खामोश रहकर जिसने ज़िंदगी जिया,
उसने हर मोड़ पे सब्र से रब को पाया।
[shayari_share]खामोश रहकर जिसने ज़िंदगी जिया
उसने हर मोड़ पे सब्र से रब को पाया।[/shayari_share]
No 10:
जो दर्द लफ़्ज़ों में ना उतर सका,
ख़ामोशी ने सब्र से उसका हिसाब किया।
[shayari_share]जो दर्द लफ़्ज़ों में ना उतर सका
ख़ामोशी ने सब्र से उसका हिसाब किया।[/shayari_share]
No 11:
ज़ुबां चुप रही, दिल सब कुछ जानता रहा,
सब्र था इतना कि हर चोट मुस्कान में ढलता रहा।
[shayari_share]ज़ुबां चुप रही, दिल सब कुछ जानता रहा
सब्र था इतना कि हर चोट मुस्कान में ढलता रहा।[/shayari_share]
No 12:
ख़ामोशी भी तब ख़ास होती है,
जब वो सब्र से लिपटी हर बात होती है।
[shayari_share]ख़ामोशी भी तब ख़ास होती है
जब वो सब्र से लिपटी हर बात होती है।[/shayari_share]
No 13:
सब्र और ख़ामोशी का संगम ही तो है तू,
हर तूफ़ान में भी चुपचाप खड़ा रहा तू।
[shayari_share]सब्र और ख़ामोशी का संगम ही तो है तू
हर तूफ़ान में भी चुपचाप खड़ा रहा तू।[/shayari_share]
No 14:
जिसने सब्र में रहकर ख़ामोशी को चुना,
वो वक़्त से भी जीत गया, खुदा का दुआ बना।
[shayari_share]जिसने सब्र में रहकर ख़ामोशी को चुना
वो वक़्त से भी जीत गया, खुदा का दुआ बना।[/shayari_share]
No 15:
ख़ामोश लब और बेचैन नज़रें —
दोनों गवाह हैं सब्र की कहानियों के सफ़र में।
[shayari_share]ख़ामोश लब और बेचैन नज़रें —
दोनों गवाह हैं सब्र की कहानियों के सफ़र में।[/shayari_share]
No 16:
ख़ामोशियाँ जब बोलती हैं,
तो सब्र की तस्वीरें बन जाती हैं।
[shayari_share]ख़ामोशियाँ जब बोलती हैं
तो सब्र की तस्वीरें बन जाती हैं।[/shayari_share]
No 17:
जो खामोश रहकर ताउम्र चलता रहा,
वो ही सब्र की रूह कहलाता रहा।
[shayari_share]जो खामोश रहकर ताउम्र चलता रहा
वो ही सब्र की रूह कहलाता रहा।[/shayari_share]
No 18:
सब्र की सबसे बड़ी निशानी है खामोशी,
ना शोर, ना सवाल — बस एक रूहानी सी बात होती है।
[shayari_share]सब्र की सबसे बड़ी निशानी है खामोशी
ना शोर, ना सवाल — बस एक रूहानी सी बात होती है।[/shayari_share]
No 19:
ज़िंदगी के हर जवाब में शब्द नहीं होते,
कई बार सब्र और खामोशी ही काफी होते हैं।
[shayari_share]ज़िंदगी के हर जवाब में शब्द नहीं होते
कई बार सब्र और खामोशी ही काफी होते हैं।[/shayari_share]
No 20:
जिस दिल ने सब्र की चादर ओढ़ ली,
उसकी खामोशी भी सुकून सी लगने लगी।
[shayari_share]जिस दिल ने सब्र की चादर ओढ़ ली
उसकी खामोशी भी सुकून सी लगने लगी।[/shayari_share]
Zindagi Sabar Shayari
No 1:
ज़िंदगी ने हर बार ठोकर दी मगर,
सब्र ने मुझे हर मोड़ पे संभाल लिया।
[shayari_share]ज़िंदगी ने हर बार ठोकर दी मगर
सब्र ने मुझे हर मोड़ पे संभाल लिया।[/shayari_share]
No 2:
सब्र ही तो है जो ज़िंदगी को जीना सिखाता है,
वरना हर ग़म तो इंसान को तोड़ ही जाता है।
[shayari_share]सब्र ही तो है जो ज़िंदगी को जीना सिखाता है
वरना हर ग़म तो इंसान को तोड़ ही जाता है।[/shayari_share]
No 3:
जब तक सब्र है, तब तक ज़िंदगी का सफ़र है,
वरना हर मोड़ पे टूटने का डर है।
[shayari_share]जब तक सब्र है, तब तक ज़िंदगी का सफ़र है
वरना हर मोड़ पे टूटने का डर है।[/shayari_share]
No 4:

ज़िंदगी आसान नहीं होती, सब्र लाज़मी है,
हर सुबह के पीछे एक लंबी रात छुपी होती है।
[shayari_share]ज़िंदगी आसान नहीं होती, सब्र लाज़मी है
हर सुबह के पीछे एक लंबी रात छुपी होती है।[/shayari_share]
No 5:
जिसने ज़िंदगी में सब्र को दोस्त बना लिया,
उसने हालात से हारना छोड़ दिया।
[shayari_share]जिसने ज़िंदगी में सब्र को दोस्त बना लिया
उसने हालात से हारना छोड़ दिया।[/shayari_share]
No 6:
सब्र रख, ज़िंदगी तुझसे आज नहीं तो कल मुस्कुराएगी,
जो तू आज सह रहा है, वो कल तुझे रुलाएगी नहीं — सिखाएगी।
[shayari_share]सब्र रख, ज़िंदगी तुझसे आज नहीं तो कल मुस्कुराएगी
जो तू आज सह रहा है, वो कल तुझे रुलाएगी नहीं — सिखाएगी।[/shayari_share]
No 7:
ज़िंदगी जब भी रुलाए, मुस्कुराना मत छोड़,
सब्र का इनाम बहुत खास होता है।
[shayari_share]ज़िंदगी जब भी रुलाए, मुस्कुराना मत छोड़
सब्र का इनाम बहुत खास होता है।[/shayari_share]
No 8:
सब्र करना ही असली फन है ज़िंदगी का,
वरना तो हर कोई शिकायतों में जीता है।
[shayari_share]सब्र करना ही असली फन है ज़िंदगी का
वरना तो हर कोई शिकायतों में जीता है।[/shayari_share]
No 9:
ज़िंदगी की राह में कांटे भी आएंगे,
सब्र रख, एक दिन फूल भी खिलेंगे।
[shayari_share]ज़िंदगी की राह में कांटे भी आएंगे
सब्र रख, एक दिन फूल भी खिलेंगे।[/shayari_share]
No 10:
हर मोड़ पर सब्र का इम्तिहान होता है,
ज़िंदगी उसी की होती है जो हर बार पास होता है।
[shayari_share]हर मोड़ पर सब्र का इम्तिहान होता है
ज़िंदगी उसी की होती है जो हर बार पास होता है।[/shayari_share]
No 11:
ज़िंदगी कोई किताब नहीं जो जल्दी पढ़ लो,
ये तो सब्र का इम्तिहान है, पन्ना-पन्ना खुलता है।
[shayari_share]ज़िंदगी कोई किताब नहीं जो जल्दी पढ़ लो
ये तो सब्र का इम्तिहान है, पन्ना-पन्ना खुलता है।[/shayari_share]
No 12:
हर ग़म पे रोना ज़रूरी नहीं होता,
ज़िंदगी में सब्र भी एक ज़रूरी साज़ होता है।
[shayari_share]हर ग़म पे रोना ज़रूरी नहीं होता
ज़िंदगी में सब्र भी एक ज़रूरी साज़ होता है।[/shayari_share]
No 13:
सब्र करने वाले ही ज़िंदगी के असली खिलाड़ी होते हैं,
जो हार में भी जीत का स्वाद जानते हैं।
[shayari_share]सब्र करने वाले ही ज़िंदगी के असली खिलाड़ी होते हैं
जो हार में भी जीत का स्वाद जानते हैं।[/shayari_share]
No 14:
ज़िंदगी की हर तकलीफ़ एक सबक है,
और हर सबक को समझने का नाम है सब्र।
[shayari_share]ज़िंदगी की हर तकलीफ़ एक सबक है
और हर सबक को समझने का नाम है सब्र।[/shayari_share]
No 15:
ज़िंदगी का असली मज़ा तो तब आता है,
जब तूफानों में भी सब्र से खुद को निभाता है।
[shayari_share]ज़िंदगी का असली मज़ा तो तब आता है
जब तूफानों में भी सब्र से खुद को निभाता है।[/shayari_share]
No 16:
ज़िंदगी एक सफ़र है, रुकावटें आएंगी,
पर सब्र से चलोगे तो मंज़िलें खुद पास आएंगी।
[shayari_share]ज़िंदगी एक सफ़र है, रुकावटें आएंगी
पर सब्र से चलोगे तो मंज़िलें खुद पास आएंगी।[/shayari_share]
No 17:
जब ज़िंदगी से उम्मीद कम हो जाए,
तब सब्र ही सबसे बड़ा सहारा बन जाए।
[shayari_share]जब ज़िंदगी से उम्मीद कम हो जाए
तब सब्र ही सबसे बड़ा सहारा बन जाए।[/shayari_share]
No 18:
ज़िंदगी के हर सवाल का जवाब सब्र नहीं देता,
पर वक्त के साथ वो हर जवाब खुद बना देता है।
[shayari_share]ज़िंदगी के हर सवाल का जवाब सब्र नहीं देता
पर वक्त के साथ वो हर जवाब खुद बना देता है।[/shayari_share]
No 19:
जिसने सब्र में ज़िंदगी को जिया,
वो ही हर पल में सुकून पा लिया।
[shayari_share]जिसने सब्र में ज़िंदगी को जिया
वो ही हर पल में सुकून पा लिया।[/shayari_share]
अगर आपको ये Sabar Shayari पसंद आई हो, तो इन्हें अपने दोस्तों और अपनों से ज़रूर शेयर करना — क्या पता किसी और का भी हौसला बन जाए।