In today’s fast-moving world, people often change colors like seasons, and that’s where Matlabi Shayari in Hindi connects with our hearts. These shayaris beautifully capture the pain, reality, and emotions of selfish relationships and fake friendships that many of us experience. Whether it’s about friends who stay only for benefit or bonds that break when the need is over, matlabi shayari gives words to those hidden feelings. Here, you’ll find deep, touching, and relatable lines that perfectly describe the truth of this selfish world.
Table of Contents
Matlabi shayari 2 lines
No 1:
मतलबी लोग मौसम की तरह बदल जाते हैं,
दिल की बारिश पर भी छतरी खोल जाते हैं।
No 2:
हर चेहरा अब मुस्कान का नकाब लगता है,
अंदर से कोई कितना मतलबी है, ये हिसाब लगता है।
No 3:
मतलबी रिश्ते कांच की तरह होते हैं,
टूटते ही चोट भी देते हैं और आवाज भी करते हैं।
No 4:
जिसे अपना समझा वही गैर निकला,
मतलबी दुनिया में सच्चा कौन निकला।
No 5:
मतलबी लोगों की दुनिया में सच्चाई मर जाती है,
हर बात से पहले उनकी खुदगर्ज़ी निकल आती है।
No 6:
वक्त पर याद आना ही मतलबी होना है,
न जरूरत तो कोई अपना होना है।
No 7:
मतलबी चेहरों की भीड़ में खो गए हैं,
सच्चे लोग तो जैसे कहीं सो गए हैं।
No 8:
दिल से निभाने वाले अक्सर धोखा खा जाते हैं,
मतलबी लोग ही खेल जीत जाते हैं।
No 9:
मतलबी दोस्त आईनों जैसे होते हैं,
सामने मुस्कुराते हैं और पीछे तोड़ देते हैं।
No 10:
मतलबी रिश्ते रेत के महल जैसे होते हैं,
हल्की सी लहर से ही ढह जाते हैं।
No 11:
जब तक मतलब है नाम याद रहता है,
वरना चेहरे भी धुंध में खो जाता है।
No 12:
मतलबी जमाने में दिल दिखाना भूल जाओ,
यहाँ लोग हाथ मिलाकर भी पीठ में छुरा घोंप जाते हैं।
No 13:
मतलबी दुनिया में सच्चाई बिकती नहीं,
यहाँ झूठ ही सोने से कम चमकती नहीं।
No 14:
जिन्हें हम अपना समझकर पास लाए,
वही सबसे पहले हमें चोट पहुंचाए।
No 15:
मतलबी रिश्तों का कोई इलाज नहीं,
ये हर किसी के दिल का सबसे बड़ा राज़ सही।
No 16:

मतलबी लोग धूप-छाँव जैसे होते हैं,
जरूरत खत्म तो परछाई भी खो देते हैं।
No 17:
मतलबी दोस्ती से तन्हाई अच्छी है,
कम से कम धोखे की परछाई तो नहीं है।
No 18:
मतलबी बातें मिठास में डूब कर आती हैं,
मगर सच में जहर से भी ज्यादा चुभ जाती हैं।
No 19:
मतलबी रिश्ते हवा की तरह बदल जाते हैं,
आज अपने, तो कल बेगाने कहलाते हैं।
No 20:
मतलबी लोग भीड़ में फूल जैसे खिलते हैं,
मगर खुशबू नहीं, सिर्फ कांटे ही मिलते हैं।
Rishte matlabi shayari in Hindi
No 1:
रिश्ते यहाँ मतलब की डोर से बंधे हैं,
जरूरत खत्म तो सब चेहरे अनजाने हैं।
No 2:
मतलबी रिश्तों का यही आलम है,
दिल से नहीं बस ज़ुबान से प्यार है।
No 3:
रिश्ते जब मतलब पर टिके होते हैं,
तो टूटकर भी किसी को चुभे नहीं होते हैं।
No 4:
आजकल रिश्ते समझौते में बंधते हैं,
मतलब मिले तभी लोग पास दिखते हैं।
No 5:

मतलबी रिश्ते ताश के पत्तों जैसे हैं,
हवा बदले तो सब बिखर जाते हैं।
No 6:
रिश्ते अब एहसासों पर नहीं टिकते,
मतलबी दुनिया में लोग बस फायदा देखते।
No 7:
दिल के रिश्ते अब गिनती में कम हैं,
मतलब के रिश्ते हर गली हर घर में हैं।
No 8:
मतलबी रिश्ते सन्नाटे की तरह होते हैं,
ऊपर से चुप पर भीतर दर्द बोते हैं।
No 9:
रिश्ते जब स्वार्थ पर खड़े हो जाएँ,
तो आँखों के आँसू भी बोझ लग जाएँ।
No 10:
मतलबी रिश्तों में अपनापन खो जाता है,
हर हँसी के पीछे कोई हिसाब छिप जाता है।
No 11:
रिश्तों की किताब में अब सच्चाई नहीं,
हर पन्ने पर बस खुदगर्ज़ी ही सही।
No 12:
मतलबी रिश्ते आईने जैसे होते हैं,
सामने हँसी और पीछे धोखे देते हैं।
No 13:
अब रिश्ते खून से नहीं, जरूरत से बनते हैं,
मतलब खत्म तो चेहरे भी अनजान लगते हैं।
No 14:
मतलबी रिश्तों में वफ़ा नाम की कोई चीज़ नहीं,
यहाँ भरोसा सिर्फ कुछ दिन का मेहमान ही सही।
No 15:
दिल से निभाने वाले ही सबसे अकेले होते हैं,
मतलबी रिश्ते हर किसी के हिस्से होते हैं।
No 16:
रिश्ते अब दिल से नहीं दिमाग से चलते हैं,
मतलब खत्म तो सब कदम उल्टे पड़ते हैं।
No 17:
मतलबी रिश्ते बारिश की तरह होते हैं,
थोड़ी देर की ठंडक, फिर खालीपन छोड़ जाते हैं।
No 18:
अब रिश्तों की गर्माहट भी सर्द लगती है,
मतलबी सोच हर तरफ़ ज़हरीली लगती है।
No 19:
मतलबी रिश्ते मुस्कुराहट की नकली आड़ हैं,
दिल में चुभते हैं मगर चेहरे पर प्यार हैं।
No 20:
रिश्ते जो मतलब से जुड़े होते हैं,
वो वक्त के साथ हमेशा टूटे होते हैं।
Rishte dhoka rishte matlabi shayari
No 1:
रिश्ते जब धोखे से सजते हैं,
तो दिल के जख्म उम्रभर जलते हैं।
No 2:
मतलबी रिश्तों में सच्चाई कहाँ,
हर मुस्कान में छुपी बेवफाई यहाँ।
No 3:
धोखा भी वही देता है जिस पर यकीन करो,
मतलबी रिश्ते इसी चाल से खेलते हो।
No 4:
रिश्ते अब भरोसे पर नहीं, स्वार्थ पर खड़े हैं,
धोखे की नींव से ही सब रिश्ते जुड़े हैं।
No 5:
मतलबी रिश्तों का यही दस्तूर है,
जरूरत खत्म तो रिश्ता दूर है।
No 6:
धोखे से भरे रिश्ते आईनों जैसे हैं,
सामने साफ़ मगर पीछे टूटे जैसे हैं।
No 7:
मतलबी रिश्तों में अपनापन झूठा होता है,
हर बात का हिसाब बस खुदगर्ज़ी से होता है।
No 8:
रिश्ते जब धोखा देने लगते हैं,
तो अपनों के चेहरे भी गैर लगते हैं।
No 9:
मतलबी रिश्तों में मोहब्बत बिकती है,
यहाँ हर बात में मतलब दिखती है।
No 10:
धोखा खाकर ही समझ आता है,
मतलबी रिश्तों का असली चेहरा नज़र आता है।
No 11:
रिश्ते अब दिल के लिए नहीं बने,
ये बस फायदे और धोखे के ताने-बाने बने।
No 12:
मतलबी रिश्तों का कोई धर्म नहीं होता,
यहाँ सिर्फ स्वार्थ का ही करम होता।
No 13:
धोखा रिश्तों का सबसे कड़वा सच है,
मतलबीपन ही इसका असली नक्श है।
No 14:
रिश्ते जब दिखावे के पर्दे में छिपे हों,
तो धोखे के कांटे हर कदम पर मिले हों।
No 15:
मतलबी रिश्ते पल दो पल का साथ देते हैं,
धोखे के साये में ही हर बात कहते हैं।
No 16:
रिश्तों का दर्द सबसे ज्यादा तब होता है,
जब अपनों का धोखा सबसे गहरा होता है।
No 17:
मतलबी रिश्तों की दुनिया अजीब है,
चेहरे अपने मगर इरादे खराब हैं।
No 18:
धोखे के साये में रिश्ते दम तोड़ते हैं,
मतलबीपन के आगे सब झुकते हैं।
No 19:
रिश्ते अगर मतलबी और झूठे निकल जाएँ,
तो जिंदगी के सारे रंग फीके पड़ जाएँ।
No 20:
धोखा और मतलब ही रिश्तों की पहचान है,
यहाँ दिल नहीं बस जरूरत की जान है।
Duniya matlabi shayari
No 1:
दुनिया के रिश्ते अब सौदे से लगते हैं,
मतलबी चेहरों पर सब अपने से लगते हैं।
No 2:
यह मतलबी दुनिया मुस्कान में जहर छुपाती है,
दिल तोड़कर भी अपनेपन की बात सुनाती है।
No 3:
रिश्ते यहाँ मतलब की धूप-छाँव जैसे हैं,
जरूरत खत्म तो सब पराए जैसे हैं।
No 4:
दुनिया में अब सच्चाई की कीमत नहीं,
मतलब के रिश्तों से ही पहचान सही।
No 5:
मतलबी दुनिया की यही खासियत है,
चेहरे अपने मगर दिल में गैरियत है।
No 6:
रिश्ते अब यहाँ दिखावे की पहचान हैं,
मतलब मिले तभी सब मेहरबान हैं।
No 7:
दुनिया मतलबी है ये सच सब मानते हैं,
पर फिर भी झूठे रिश्ते निभाने लगते हैं।
No 8:
इस दुनिया में अपनापन सिर्फ लफ्ज़ों में है,
असल में हर रिश्ता बस मतलबों में है।
No 9:
मतलबी दुनिया आईनों जैसी लगती है,
चेहरा अपना मगर सच झूठा दिखती है।
No 10:
रिश्ते यहाँ बस फायदा देखकर बनते हैं,
जरूरत खत्म तो कंधे बदलते हैं।
No 11:
दुनिया की भीड़ में सच्चे लोग खो जाते हैं,
मतलबी रिश्तों के रंग सबको भा जाते हैं।
No 12:
यह मतलबी दुनिया हर किसी को आज़माती है,
सच्चे दिल को भी अक्सर रुलाती है।
No 13:
रिश्तों का मोल अब जरूरत से तय होता है,
मतलबीपन ही हर तरफ़ दिखाई देता है।
No 14:
दुनिया में अब वफ़ा का नाम भी नहीं,
हर रिश्ता स्वार्थ से आगे बढ़ा ही नहीं।
No 15:
मतलबी दुनिया में भरोसा करना गुनाह है,
यहाँ हर चेहरा बस छलावा और दिखावा है।
No 16:
रिश्ते अब यहाँ कागज़ के जैसे हल्के हैं,
मतलबी हवाओं से ही उड़ते हैं।
No 17:
दुनिया मतलबी है ये अनुभव बताता है,
हर अपना ज़रूरत पर ही याद आता है।
No 18:
रिश्तों का नाम लेकर धोखा दिया जाता है,
मतलबी दुनिया में दिल हर बार रुलाया जाता है।
No 19:
यहाँ हर कोई बस अपना स्वार्थ निभाता है,
मतलबी दुनिया सच्चे दिल को कुचल जाता है।
No 20:
दुनिया के रिश्ते अब नाटक से लगते हैं,
मतलबीपन में सब जालिम से लगते हैं।
Dard matlabi shayari
No 1:
मतलबी रिश्तों ने दिल पर गहरे निशान छोड़े,
हर मुस्कान के पीछे छिपे ज़ख्म बड़े।
No 2:
दर्द वही देता है जिस पर भरोसा होता है,
मतलबी रिश्ता ही सबसे बड़ा धोखा होता है।
No 3:
मतलबी दुनिया में सच्चाई को जगह नहीं,
यही सबसे गहरा दर्द है कि कोई अपना नहीं।
No 4:
दिल से निभाए रिश्ते भी टूटा करते हैं,
मतलबी लोग सिर्फ धोखा करते हैं।
No 5:
मतलबी चेहरों ने ही दिल को रुलाया,
झूठे रिश्तों ने हर एहसास को मिटाया।
No 6:
दर्द तब सबसे गहरा हो जाता है,
जब मतलबी अपना ही गैर नज़र आता है।
No 7:
मतलबी रिश्तों ने ज़िंदगी से सुकून छीन लिया,
हर खुशी को अपने धोखे में कैद कर लिया।
No 8:
दिल का दर्द वही बढ़ाता है,
जो मतलबी मुस्कान से छलाता है।
No 9:
मतलबी लोग हँसते हैं हमारे दर्द पर,
मगर खुद गिरते हैं अपने ही झूठे गर्व पर।
No 10:
रिश्ते निभाने की चाहत में हम टूटते गए,
मतलबी लोग मतलब निकालकर छूटते गए।
No 11:
दर्द मतलबी रिश्तों की पहचान बन गया,
हर कदम पर धोखा ही आसान बन गया।
No 12:
मतलबी दुनिया ने हमें इतना सिखाया,
कि दर्द के बिना कोई रिश्ता न बच पाया।
No 13:
दिल की किताब में सबसे काला पन्ना वही है,
जहाँ मतलबी रिश्ता अपना लिखा वही है।
No 14:
मतलबी रिश्तों ने इंसान को पत्थर बना दिया,
हर दर्द को दिल में कैद कर दिया।
No 15:
दर्द का रिश्ता अब मतलबीपन से है,
हर खुशी यहाँ झूठे अपनापन से है।
No 16:
मतलबी लोग हमें तन्हाई दे जाते हैं,
यादों में दर्द की परछाई छोड़ जाते हैं।
No 17:
हर धोखा हमें और मजबूत बना गया,
मतलबी रिश्तों ने जीना सिखा गया।
No 18:
दर्द जब दिल से रिसने लगे,
तो मतलबी रिश्ते ही सबसे याद आने लगे।
No 19:
मतलबी लोगों की पहचान आसान नहीं,
उनके दिए दर्द का इलाज जान नहीं।
No 20:
दुनिया का सबसे बड़ा दर्द यही है,
मतलबी रिश्ता कभी अपना नहीं है।
Dost matlabi shayari
No 1:
मतलबी दोस्ती का सबसे बड़ा सबक यही है,
जरूरत पड़े तो चेहरे अपने, वरना सब अनकही है।
No 2:
दोस्ती का नाम लेकर खेल खेलते हैं,
मतलबी दोस्त बस मतलब से चलते हैं।
No 3:
मतलबी दोस्तों की पहचान मुश्किल नहीं,
वो हर बात में बस अपना फायदा ढूँढते हैं।
No 4:
दोस्ती अगर दिल से हो तो साथ निभाती है,
वरना मतलबी दोस्त बस धोखा दे जाती है।
No 5:
मतलबी दोस्त हँसी में छुरा घोंपते हैं,
और फिर हमें ही गलत ठहराते हैं।
No 6:
जब तक फायदा है, दोस्ती निभाई जाएगी,
वरना मतलबी चेहरों से दूरी बनाई जाएगी।
No 7:
मतलबी दोस्त फूल जैसे मुस्कुराते हैं,
मगर हर पल कांटे ही चुभाते हैं।
No 8:
दोस्ती का नाम भी अब धोखा लगता है,
जब मतलबी चेहरा अपना लगता है।
No 9:
मतलबी दोस्त वक्त के मौसम जैसे हैं,
जरूरत खत्म तो बदल जाते हैं।
No 10:
दोस्ती अब पैसों और जरूरत से चलती है,
मतलबी दुनिया में सच्चाई कहाँ मिलती है।
No 11:
मतलबी दोस्त आँखों से सच्चे दिखते हैं,
मगर अंदर से हर कदम पर झूठे निकलते हैं।
No 12:
दोस्ती का नाटक करना आसान है,
मतलबी लोगों के लिए ये बस सामान है।
No 13:
मतलबी दोस्त तुम्हें हँसते-हँसते गिरा देंगे,
और फिर तुम्हारी पीठ पीछे तालियाँ बजा देंगे।
No 14:
दोस्ती अगर सच में हो तो जन्नत लगती है,
वरना मतलबी दोस्त बस सज़ा लगती है।
No 15:
मतलबी दोस्त पास रहकर भी दूर लगते हैं,
उनकी हँसी में भी धोखे के सुर लगते हैं।
No 16:
जब तक काम है, दोस्ती निभाई जाती है,
मतलबी दुनिया में यही सच्चाई बताई जाती है।
No 17:
मतलबी दोस्त की सबसे बड़ी पहचान यही है,
वो अपने ही यार को मुश्किल में छोड़ देता है।
No 18:
दोस्ती का नाम भी अब भरोसे से डराता है,
मतलबी चेहरा दिल को बहुत रुलाता है।
No 19:
मतलबी दोस्त रंग बदलते गिरगिट जैसे,
आज अपने तो कल पराए जैसे।
No 20:
दोस्ती का असली मतलब अब खो गया है,
मतलबी रिश्तों ने इसे धोखे में डुबो दिया है।
At the end of the day, matlabi shayari reminds us that not every smile is true and not every bond is real. These lines give us strength to see the reality and move ahead with clarity.