कभी-कभी ज़िंदगी में ऐसे लोग मिलते हैं जो रिश्तों का सिर्फ दिखावा करते हैं, लेकिन दिल से बेहद मतलबी निकलते हैं। जब तक उन्हें हमारी जरूरत होती है, तब तक साथ रहते हैं — और मतलब खत्म होते ही मुंह मोड़ लेते हैं। ऐसे ही झूठे रिश्तों और धोखे भरे लम्हों को बयां करने के लिए ये Matlabi Rishte Dhoka Shayari लिखी गई हैं। अगर आपने भी किसी अपने से धोखा खाया है, तो ये शायरी आपके दिल की आवाज़ ज़रूर बनेगी।
Table of Contents
2 Lines matlabi rishte dhoka shayari
No 1:
जो कल तक वक़्त माँगते थे हमारे साथ का,
आज जरूरत खत्म होते ही अनजान बन गए।
[shayari_share]जो कल तक वक़्त माँगते थे हमारे साथ का
आज जरूरत खत्म होते ही अनजान बन गए।[/shayari_share]
No 2:
जिन्हें अपना समझा था, उन्होंने ही ठुकरा दिया,
मतलब निकलते ही नाम तक भुला दिया।
[shayari_share]जिन्हें अपना समझा था, उन्होंने ही ठुकरा दिया
मतलब निकलते ही नाम तक भुला दिया।[/shayari_share]
No 3:
हमने दिल लगाया, उन्होंने दिल्लगी समझ ली,
रिश्तों की आड़ में उन्होंने मज़ाक कर ली।
[shayari_share]हमने दिल लगाया, उन्होंने दिल्लगी समझ ली
रिश्तों की आड़ में उन्होंने मज़ाक कर ली।[/shayari_share]
No 4:
कभी प्यार था, कभी एतबार था,
अब सिर्फ अफ़सोस और मातमवार था।
[shayari_share]कभी प्यार था, कभी एतबार था
अब सिर्फ अफ़सोस और मातमवार था।[/shayari_share]
No 5:
वो अपने तो थे, पर अपनेपन का मतलब सिर्फ ज़रूरत था,
हम रिश्तों को निभाते रहे, वो मतलब ढूंढते रहे।
[shayari_share]वो अपने तो थे, पर अपनेपन का मतलब सिर्फ ज़रूरत था
हम रिश्तों को निभाते रहे, वो मतलब ढूंढते रहे।[/shayari_share]
No 6:

हमने जिन पर आंख बंद कर भरोसा किया,
वो ही पीछे से वार करने वाले निकले।
[shayari_share]हमने जिन पर आंख बंद कर भरोसा किया
वो ही पीछे से वार करने वाले निकले।[/shayari_share]
No 7:
रिश्ते अब मतलब की दुकान बन गए हैं,
जहां भाव ना हो, वहां कोई टिकता नहीं।
[shayari_share]रिश्ते अब मतलब की दुकान बन गए हैं
जहां भाव ना हो, वहां कोई टिकता नहीं।[/shayari_share]
No 8:
किसी ने कहा था, रिश्ते निभाओ,
पर यहां तो हर कोई सौदा कर रहा था।
[shayari_share]किसी ने कहा था, रिश्ते निभाओ
पर यहां तो हर कोई सौदा कर रहा था।[/shayari_share]
No 9:
बड़ा अफ़सोस होता है जब अपनों की सूरत में पराए मिलते हैं,
और सबसे बड़ा धोखा तब लगता है जब चुप रहना पड़ता है।
[shayari_share]बड़ा अफ़सोस होता है जब अपनों की सूरत में पराए मिलते हैं
और सबसे बड़ा धोखा तब लगता है जब चुप रहना पड़ता है।[/shayari_share]
No 10:
हमने तो हर मोड़ पर साथ दिया,
पर उन्होंने हर मोड़ पर हाथ छुड़ाया।
[shayari_share]हमने तो हर मोड़ पर साथ दिया
पर उन्होंने हर मोड़ पर हाथ छुड़ाया।[/shayari_share]
No 11:
जिसे दिल में बिठाया, उसी ने सबसे ज़्यादा तोड़ा,
मतलब खत्म होते ही रिश्ता भी छोड़ा।
[shayari_share]जिसे दिल में बिठाया, उसी ने सबसे ज़्यादा तोड़ा
मतलब खत्म होते ही रिश्ता भी छोड़ा।[/shayari_share]
No 12:
बातें बहुत मीठी थीं उनकी,
पर हर शब्द में छिपा था कोई स्वार्थ।
[shayari_share]बातें बहुत मीठी थीं उनकी
पर हर शब्द में छिपा था कोई स्वार्थ।[/shayari_share]
No 13:
रिश्ते अब रिश्तों जैसे नहीं रहे,
हर मुस्कान के पीछे कोई चाल छुपी होती है।
[shayari_share]रिश्ते अब रिश्तों जैसे नहीं रहे
हर मुस्कान के पीछे कोई चाल छुपी होती है।[/shayari_share]
No 14:
जो लोग ज़रूरत के वक़्त पास आते हैं,
वो ही सबसे पहले पीठ दिखा जाते हैं।
[shayari_share]जो लोग ज़रूरत के वक़्त पास आते हैं
वो ही सबसे पहले पीठ दिखा जाते हैं।[/shayari_share]
No 15:
ना कोई शिकवा किया, ना शिकायत,
बस मतलबी लोगों से अब दूरी बना ली है।
[shayari_share]ना कोई शिकवा किया, ना शिकायत
बस मतलबी लोगों से अब दूरी बना ली है।[/shayari_share]
No 16:
खून के रिश्ते भी अब पहचान पूछते हैं,
दिल से जुड़ने वाले अब गिनती में आते हैं।
[shayari_share]खून के रिश्ते भी अब पहचान पूछते हैं
दिल से जुड़ने वाले अब गिनती में आते हैं।[/shayari_share]
No 17:
मतलबी लोगों से अब कोई गिला नहीं,
धोखे की आदत सी हो गई है हमें।
[shayari_share]मतलबी लोगों से अब कोई गिला नहीं
धोखे की आदत सी हो गई है हमें।[/shayari_share]
No 18:
हमसे रिश्ता बस तब तक था,
जब तक उन्हें हमारी जरूरत थी।
[shayari_share]हमसे रिश्ता बस तब तक था
जब तक उन्हें हमारी जरूरत थी।[/shayari_share]
Pyar me matlabi rishte dhoka shayari
No 1:
जिस प्यार में कभी जान बसती थी,
आज उसी प्यार में मतलबी कहानी लिखी जाती है।
[shayari_share]जिस प्यार में कभी जान बसती थी
आज उसी प्यार में मतलबी कहानी लिखी जाती है।[/shayari_share]
No 2:
जिसे चाहा था पूरी सच्चाई से,
उसे तो बस मतलब था मेरी परछाई से।
[shayari_share]जिसे चाहा था पूरी सच्चाई से
उसे तो बस मतलब था मेरी परछाई से।[/shayari_share]
No 3:
हमने तो हर दफा दिल से निभाया,
पर उन्हें तो बस टाइम पास चाहिए था, वक़्त बिताया।
[shayari_share]हमने तो हर दफा दिल से निभाया
पर उन्हें तो बस टाइम पास चाहिए था, वक़्त बिताया।[/shayari_share]
No 4:
वो हर दिन कसमे खाते थे वफ़ा की,
और आज किसी और के साथ सज़ा बना बैठे हैं वफ़ा की।
[shayari_share]वो हर दिन कसमे खाते थे वफ़ा की
और आज किसी और के साथ सज़ा बना बैठे हैं वफ़ा की।[/shayari_share]
No 5:
प्यार अगर सच्चा होता, तो धोखा ना मिलता,
पर यहाँ तो दिल टूटने का ही इनाम मिलता।
[shayari_share]प्यार अगर सच्चा होता, तो धोखा ना मिलता
पर यहाँ तो दिल टूटने का ही इनाम मिलता।[/shayari_share]
No 6:

वो जब तक तन्हा थे, हमें याद करते थे,
अब भीड़ में हैं, तो हमारा नाम भी भूल गए।
[shayari_share]वो जब तक तन्हा थे, हमें याद करते थे
अब भीड़ में हैं, तो हमारा नाम भी भूल गए।[/shayari_share]
No 7:
प्यार की आड़ में उन्होंने खेला बहुत कुछ,
और हमें हर बार इल्ज़ामों का तोहफ़ा मिला।
[shayari_share]प्यार की आड़ में उन्होंने खेला बहुत कुछ
और हमें हर बार इल्ज़ामों का तोहफ़ा मिला।[/shayari_share]
No 8:
जिसे हमने खुद से बढ़कर चाहा,
उसने हमें सिर्फ मौके की तरह देखा।
[shayari_share]जिसे हमने खुद से बढ़कर चाहा
उसने हमें सिर्फ मौके की तरह देखा।[/shayari_share]
No 9:
हमने तो सारी हदें पार कर दी थीं,
और उन्होंने हद में रहकर मतलबी बन जाना सीखा।
[shayari_share]हमने तो सारी हदें पार कर दी थीं
और उन्होंने हद में रहकर मतलबी बन जाना सीखा।[/shayari_share]
No 10:
कभी हमारी यादों से नींद नहीं आती थी उन्हें,
आज हम उनके लिए एक पुरानी गलती से ज़्यादा कुछ नहीं।
[shayari_share]कभी हमारी यादों से नींद नहीं आती थी उन्हें
आज हम उनके लिए एक पुरानी गलती से ज़्यादा कुछ नहीं।[/shayari_share]
No 11:
प्यार में भी अब मतलब देखा जाता है,
दिल नहीं, अब फ़ायदे से रिश्ता निभाया जाता है।
[shayari_share]प्यार में भी अब मतलब देखा जाता है
दिल नहीं, अब फ़ायदे से रिश्ता निभाया जाता है।[/shayari_share]
No 12:
वो कहते थे, तुम्हारे बिना अधूरे हैं,
पर आज किसी और के साथ पूरे नज़र आते हैं।
[shayari_share]वो कहते थे, तुम्हारे बिना अधूरे हैं
पर आज किसी और के साथ पूरे नज़र आते हैं।[/shayari_share]
No 13:
सच्चा प्यार हमने किया, धोखा उन्होंने,
और इल्ज़ाम भी हम पर ही डाल दिया उन्होंने।
[shayari_share]सच्चा प्यार हमने किया, धोखा उन्होंने
और इल्ज़ाम भी हम पर ही डाल दिया उन्होंने।[/shayari_share]
No 14:
दिल से निभाया था, किसी सौदे की तरह नहीं,
पर उन्हें तो रिश्ता भी मुनाफ़े की तरह चाहिए था।
[shayari_share]दिल से निभाया था, किसी सौदे की तरह नहीं
पर उन्हें तो रिश्ता भी मुनाफ़े की तरह चाहिए था।[/shayari_share]
No 15:
वो इश्क़ नहीं, इन्वेस्टमेंट कर रहे थे,
हमने वक़्त दिया, उन्होंने रिटर्न माँगा।
[shayari_share]वो इश्क़ नहीं, इन्वेस्टमेंट कर रहे थे
हमने वक़्त दिया, उन्होंने रिटर्न माँगा।[/shayari_share]
No 16:
हमने सपने देखे साथ चलने के,
और उन्होंने रास्ता बदल दिया मंज़िल से पहले।
[shayari_share]हमने सपने देखे साथ चलने के
और उन्होंने रास्ता बदल दिया मंज़िल से पहले।[/shayari_share]
No 17:
मतलबी लोग पहले प्यार जताते हैं,
फिर उसी प्यार को हथियार बना देते हैं।
[shayari_share]मतलबी लोग पहले प्यार जताते हैं
फिर उसी प्यार को हथियार बना देते हैं।[/shayari_share]
No 18:
हमने जिसे इबादत समझा,
उसने हमें इग्नोर करना सीख लिया।
[shayari_share]हमने जिसे इबादत समझा
उसने हमें इग्नोर करना सीख लिया।[/shayari_share]
No 19:
धोखा देकर भी वो खुद को सही मानते हैं,
क्योंकि मतलबी रिश्तों में अब जमीर नहीं होता।
[shayari_share]धोखा देकर भी वो खुद को सही मानते हैं
क्योंकि मतलबी रिश्तों में अब जमीर नहीं होता।[/shayari_share]
Dhokebaaz matlabi rishte dhoka shayari
No 1:
जिसे हर दर्द में पुकारा हमने,
उसी ने सबसे बड़ा ज़ख़्म दिया हमें।
[shayari_share]जिसे हर दर्द में पुकारा हमने
उसी ने सबसे बड़ा ज़ख़्म दिया हमें।[/shayari_share]
No 2:
मतलबी रिश्ते नकाब में मुस्कुराते हैं,
अंदर से वही सबसे ज़्यादा डसते हैं।
[shayari_share]मतलबी रिश्ते नकाब में मुस्कुराते हैं
अंदर से वही सबसे ज़्यादा डसते हैं।[/shayari_share]
No 3:
धोखा वही देता है जो सबसे अपना लगता है,
वरना पराये तो उम्मीद भी नहीं जगाते।
[shayari_share]धोखा वही देता है जो सबसे अपना लगता है
वरना पराये तो उम्मीद भी नहीं जगाते।[/shayari_share]
No 4:
रिश्तों की शक्ल में बैठे थे धोखेबाज़ लोग,
हम हर बार अपनेपन में ही हारते गए।
[shayari_share]रिश्तों की शक्ल में बैठे थे धोखेबाज़ लोग
हम हर बार अपनेपन में ही हारते गए।[/shayari_share]
No 5:
जिसे हर मोड़ पर संभाला हमने,
आज वही हमें गिरा कर आगे बढ़ गया।
[shayari_share]जिसे हर मोड़ पर संभाला हमने
आज वही हमें गिरा कर आगे बढ़ गया।[/shayari_share]
No 6:
चेहरा अपना, दिल पराया,
यही था उनका मतलबी साया।
[shayari_share]चेहरा अपना, दिल पराया
यही था उनका मतलबी साया।[/shayari_share]
No 7:
कहते थे साथ निभाएँगे हर जनम तक,
पर अगले मोड़ पर ही रास्ता बदल लिया।
[shayari_share]कहते थे साथ निभाएँगे हर जनम तक
पर अगले मोड़ पर ही रास्ता बदल लिया।[/shayari_share]
No 8:

मतलबी लोग भी क्या खूब खेलते हैं,
दिल भी तोड़ते हैं, और मासूम भी बनते हैं।
[shayari_share]मतलबी लोग भी क्या खूब खेलते हैं
दिल भी तोड़ते हैं, और मासूम भी बनते हैं।[/shayari_share]
No 9:
हमने रिश्तों को दिल से जिया,
उन्होंने उसे टाइमपास बना दिया।
[shayari_share]हमने रिश्तों को दिल से जिया
उन्होंने उसे टाइमपास बना दिया।[/shayari_share]
No 10:
धोखेबाज़ी की हद भी पार कर दी,
पहले अपना बनाया, फिर जहर भर दिया।
[shayari_share]धोखेबाज़ी की हद भी पार कर दी
पहले अपना बनाया, फिर जहर भर दिया।[/shayari_share]
No 11:
मतलब का रिश्ता एक दिन साथ छोड़ देता है,
भले ही आपने उसके लिए सब कुछ छोड़ दिया हो।
[shayari_share]मतलब का रिश्ता एक दिन साथ छोड़ देता है
भले ही आपने उसके लिए सब कुछ छोड़ दिया हो।[/shayari_share]
No 12:
जिन्हें हर बार माफ किया,
वो हर बार धोखा देने में कामयाब रहे।
[shayari_share]जिन्हें हर बार माफ किया
वो हर बार धोखा देने में कामयाब रहे।[/shayari_share]
No 13:
जो सबसे ज़्यादा अपनापन जताते हैं,
वो ही सबसे पहले किनारा करते हैं।
[shayari_share]जो सबसे ज़्यादा अपनापन जताते हैं
वो ही सबसे पहले किनारा करते हैं।[/shayari_share]
No 14:
हमने जिन पर आँख बंद कर भरोसा किया,
वो ही हमें सबसे ज़्यादा रुला गए।
[shayari_share]हमने जिन पर आँख बंद कर भरोसा किया
वो ही हमें सबसे ज़्यादा रुला गए।[/shayari_share]
No 15:
रिश्तों में मतलब घुस जाए तो प्यार नहीं बचता,
वो सिर्फ धोखे की कहानी बनकर रह जाता है।
[shayari_share]रिश्तों में मतलब घुस जाए तो प्यार नहीं बचता
वो सिर्फ धोखे की कहानी बनकर रह जाता है।[/shayari_share]
No 16:
धोखेबाज़ लोग अक्सर मीठा बोलते हैं,
पर उनके लफ्ज़ों में ज़हर छुपा होता है।
[shayari_share]धोखेबाज़ लोग अक्सर मीठा बोलते हैं
पर उनके लफ्ज़ों में ज़हर छुपा होता है।[/shayari_share]
No 17:
मतलबी रिश्तों में सबसे ज्यादा सच्चे दिल हारते हैं,
और झूठे मुस्कानें जीत जाती हैं।
[shayari_share]मतलबी रिश्तों में सबसे ज्यादा सच्चे दिल हारते हैं
और झूठे मुस्कानें जीत जाती हैं।[/shayari_share]
No 18:
हमने जिसे दिल से चाहा,
वो हमें मज़ाक समझ कर चला गया।
[shayari_share]हमने जिसे दिल से चाहा
वो हमें मज़ाक समझ कर चला गया।[/shayari_share]
No 19:
हर किसी को अब भरोसे से डर लगता है,
क्योंकि अपनापन भी अब मतलब में बदल गया है।
[shayari_share]हर किसी को अब भरोसे से डर लगता है
क्योंकि अपनापन भी अब मतलब में बदल गया है।[/shayari_share]
No 20:
धोखा देकर भी वो खुद को सही ठहराते हैं,
क्योंकि उनका रिश्ता ही झूठ की नींव पर बना होता है।
[shayari_share]धोखा देकर भी वो खुद को सही ठहराते हैं
क्योंकि उनका रिश्ता ही झूठ की नींव पर बना होता है।[/shayari_share]
Sad matlabi rishte dhoka shayari
No 1:
रिश्तों की भीड़ में हम अकेले रह गए,
जिन्हें अपना समझा था, वो मतलबी निकले।
[shayari_share]रिश्तों की भीड़ में हम अकेले रह गए
जिन्हें अपना समझा था, वो मतलबी निकले।[/shayari_share]
No 2:
जिसे हर बार माफ किया,
उसने हर बार हमें ही सज़ा दी।
[shayari_share]जिसे हर बार माफ किया
उसने हर बार हमें ही सज़ा दी।[/shayari_share]
No 3:
मतलबी रिश्तों ने ऐसा जख्म दिया,
कि अब अपने भी अजनबी लगने लगे।
[shayari_share]मतलबी रिश्तों ने ऐसा जख्म दिया
कि अब अपने भी अजनबी लगने लगे।[/shayari_share]
No 4:
धोखे की ये दुनिया हमें समझ नहीं आई,
हर अपने ने हमें गैरों सी ठोकर दिलाई।
[shayari_share]धोखे की ये दुनिया हमें समझ नहीं आई
हर अपने ने हमें गैरों सी ठोकर दिलाई।[/shayari_share]
No 5:
हमने वक़्त दिया, दिल दिया, भरोसा दिया,
और बदले में सिर्फ धोखा मिला।
[shayari_share]हमने वक़्त दिया, दिल दिया, भरोसा दिया
और बदले में सिर्फ धोखा मिला।[/shayari_share]
No 6:
मतलबी लोगों ने रिश्तों की सूरत ही बदल दी,
अब प्यार भी सौदा लगने लगा है।
[shayari_share]मतलबी लोगों ने रिश्तों की सूरत ही बदल दी
अब प्यार भी सौदा लगने लगा है।[/shayari_share]
No 7:
जिसे टूटकर चाहा, उसी ने तोड़ा हमें,
हर वादा झूठा निकला, हर लम्हा धोखा निकला।
[shayari_share]जिसे टूटकर चाहा, उसी ने तोड़ा हमें
हर वादा झूठा निकला, हर लम्हा धोखा निकला।[/shayari_share]
No 8:

वो रिश्ते ही क्या जिनमें दर्द छुपा हो,
और मुस्कान सिर्फ दिखावे का मुखौटा हो।
[shayari_share]वो रिश्ते ही क्या जिनमें दर्द छुपा हो
और मुस्कान सिर्फ दिखावे का मुखौटा हो।[/shayari_share]
No 9:
हमने दिल से निभाया, मगर वो मतलबी थे,
उनके लिए हम सिर्फ एक मौका थे।
[shayari_share]हमने दिल से निभाया, मगर वो मतलबी थे
उनके लिए हम सिर्फ एक मौका थे।[/shayari_share]
No 10:
जिनसे उम्मीद थी साथ निभाने की,
वो ही सबसे पहले छोड़कर चले गए।
[shayari_share]जिनसे उम्मीद थी साथ निभाने की
वो ही सबसे पहले छोड़कर चले गए।[/shayari_share]
No 11:
हर मोड़ पर किसी अपने का धोखा मिला,
अब सफर से ज्यादा डर अपनों से लगता है।
[shayari_share]हर मोड़ पर किसी अपने का धोखा मिला
अब सफर से ज्यादा डर अपनों से लगता है।[/shayari_share]
No 12:
पलकों पे रखा था जिन्हें,
उन्होंने ही आँखों में आंसू भर दिए।
[shayari_share]पलकों पे रखा था जिन्हें
उन्होंने ही आँखों में आंसू भर दिए।[/shayari_share]
No 13:
मतलबी रिश्तों ने वो दर्द दिया,
जिसे हम किसी से कह भी नहीं पाए।
[shayari_share]मतलबी रिश्तों ने वो दर्द दिया
जिसे हम किसी से कह भी नहीं पाए।[/shayari_share]
No 14:
अपनों से ही मिले जब घाव,
तो गैरों से क्या उम्मीद रखे इंसान?
[shayari_share]अपनों से ही मिले जब घाव
तो गैरों से क्या उम्मीद रखे इंसान?[/shayari_share]
No 15:
हमसे पूछा गया क्यों टूटे हो,
क्योंकि जिनसे जुड़े थे, वो मतलबी निकले।
[shayari_share]हमसे पूछा गया क्यों टूटे हो
क्योंकि जिनसे जुड़े थे, वो मतलबी निकले।[/shayari_share]
No 16:
जो मुस्कुराते थे हमारे नाम से,
आज उसी नाम को नजरअंदाज करते हैं।
[shayari_share]जो मुस्कुराते थे हमारे नाम से
आज उसी नाम को नजरअंदाज करते हैं।[/shayari_share]
No 17:
धोखे का इतना गहरा असर है,
अब किसी पर भी भरोसा करने से डर है।
[shayari_share]धोखे का इतना गहरा असर है
अब किसी पर भी भरोसा करने से डर है।[/shayari_share]
No 18:
रिश्तों की असलियत तब समझ आती है,
जब मतलब खत्म हो जाता है।
[shayari_share]रिश्तों की असलियत तब समझ आती है
जब मतलब खत्म हो जाता है।[/shayari_share]
No 19:
हर किसी ने अपना फायदा देखा,
हमने सिर्फ रिश्तों में वफ़ा देखा।
[shayari_share]हर किसी ने अपना फायदा देखा
हमने सिर्फ रिश्तों में वफ़ा देखा।[/shayari_share]
No 20:
अब बस इतनी सी कहानी रह गई,
मतलबी रिश्तों में ज़िंदगी बेज़ुबान सी रह गई।
[shayari_share]अब बस इतनी सी कहानी रह गई
मतलबी रिश्तों में ज़िंदगी बेज़ुबान सी रह गई।[/shayari_share]
Matlabi duniya rishte dhoka shayari
No 1:
दुनिया अब रिश्तों से नहीं, फायदे से चलती है,
यहाँ हर मुस्कान के पीछे कोई चाल पलती है।
[shayari_share]दुनिया अब रिश्तों से नहीं, फायदे से चलती है
यहाँ हर मुस्कान के पीछे कोई चाल पलती है।[/shayari_share]
No 2:
हर रिश्ता आजकल मतलब से जुड़ता है,
जैसे ही फायदा खत्म, रिश्ता भी टूटता है।
[shayari_share]हर रिश्ता आजकल मतलब से जुड़ता है
जैसे ही फायदा खत्म, रिश्ता भी टूटता है।[/shayari_share]
No 3:
दुनिया वाले चेहरों से पहचान नहीं होती,
मतलबी रिश्तों में सच्चाई कहीं नहीं होती।
[shayari_share]दुनिया वाले चेहरों से पहचान नहीं होती
मतलबी रिश्तों में सच्चाई कहीं नहीं होती।[/shayari_share]
No 4:
रिश्तों में अब गहराई नहीं, बस दिखावा है,
मतलब खत्म तो सब कुछ फिजूल का बहाना है।
[shayari_share]रिश्तों में अब गहराई नहीं, बस दिखावा है
मतलब खत्म तो सब कुछ फिजूल का बहाना है।[/shayari_share]
No 5:

जिसने साथ देने की कसम खाई थी,
वो भी मतलबी दुनिया का हिस्सा बन गई।
[shayari_share]जिसने साथ देने की कसम खाई थी
वो भी मतलबी दुनिया का हिस्सा बन गई।[/shayari_share]
No 6:
हमने अपनों में सुकून ढूंढा था,
मगर मिला सिर्फ धोखा और बहाना था।
[shayari_share]हमने अपनों में सुकून ढूंढा था
मगर मिला सिर्फ धोखा और बहाना था।[/shayari_share]
No 7:
आजकल अपने भी गैरों से कम नहीं,
हर कोई मतलब से रिश्ते निभाता है कहीं न कहीं।
[shayari_share]आजकल अपने भी गैरों से कम नहीं
हर कोई मतलब से रिश्ते निभाता है कहीं न कहीं।[/shayari_share]
No 8:
जिसे हमने अपना कहा,
उसने भी दुनिया की तरह हमें ठुकरा दिया।
[shayari_share]जिसे हमने अपना कहा
उसने भी दुनिया की तरह हमें ठुकरा दिया।[/shayari_share]
No 9:
अब तो आदत सी हो गई है धोखे की,
क्योंकि दुनिया में भरोसे की कोई कीमत नहीं बची।
[shayari_share]अब तो आदत सी हो गई है धोखे की
क्योंकि दुनिया में भरोसे की कोई कीमत नहीं बची।[/shayari_share]
No 10:
रिश्ते पहले दिल से जुड़ते थे,
अब तो बस सोशल स्टेटस से बनते हैं।
[shayari_share]रिश्ते पहले दिल से जुड़ते थे
अब तो बस सोशल स्टेटस से बनते हैं।[/shayari_share]
No 11:
दुनिया हँसती है जब कोई टूटता है,
क्योंकि यहाँ दर्द की नहीं, तमाशे की कीमत होती है।
[shayari_share]दुनिया हँसती है जब कोई टूटता है
क्योंकि यहाँ दर्द की नहीं, तमाशे की कीमत होती है।[/shayari_share]
No 12:
हर कोई साथ चलता है जब तक राह आसान हो,
मतलबी दुनिया मुश्किल में साथ छोड़ती है बेहिसाब हो।
[shayari_share]हर कोई साथ चलता है जब तक राह आसान हो
मतलबी दुनिया मुश्किल में साथ छोड़ती है बेहिसाब हो।[/shayari_share]
No 13:
हमने तो रिश्तों को पूजा था,
दुनिया ने उसे भी सौदा बना डाला।
[shayari_share]हमने तो रिश्तों को पूजा था
दुनिया ने उसे भी सौदा बना डाला।[/shayari_share]
No 14:
रिश्तों का मतलब अब बदल गया है,
यहाँ दिल नहीं, फायदा सबसे बड़ा रिश्ता बन गया है।
[shayari_share]रिश्तों का मतलब अब बदल गया है
यहाँ दिल नहीं, फायदा सबसे बड़ा रिश्ता बन गया है।[/shayari_share]
No 15:
हमने जिनसे उम्मीद की थी सहारे की,
उन्हीं ने हमें सबसे गहरे जख्म दिए।
[shayari_share]हमने जिनसे उम्मीद की थी सहारे की
उन्हीं ने हमें सबसे गहरे जख्म दिए।[/shayari_share]
No 16:
दुनिया की भीड़ में अपने खो गए,
और जो बचे, वो भी मतलबी रिश्तों में डूबे थे।
[shayari_share]दुनिया की भीड़ में अपने खो गए
और जो बचे, वो भी मतलबी रिश्तों में डूबे थे।[/shayari_share]
No 17:
अब किसी पर भरोसा करने से डर लगता है,
क्योंकि हर अपने के पीछे मतलब ही छुपा रहता है।
[shayari_share]अब किसी पर भरोसा करने से डर लगता है
क्योंकि हर अपने के पीछे मतलब ही छुपा रहता है।[/shayari_share]
Status matlabi rishte dhoka shayari
No 1:
अब तो रिश्ते भी शेयर मार्केट जैसे हो गए हैं,
मुनाफ़ा दिखे तो साथ, वरना दूर हो जाते हैं।
[shayari_share]अब तो रिश्ते भी शेयर मार्केट जैसे हो गए हैं
मुनाफ़ा दिखे तो साथ, वरना दूर हो जाते हैं।[/shayari_share]
No 2:
वो चेहरे पर मुस्कान और दिल में सौदा रखते हैं,
मतलबी रिश्ते अब हर रोज़ नया धोखा देते हैं।
[shayari_share]वो चेहरे पर मुस्कान और दिल में सौदा रखते हैं
मतलबी रिश्ते अब हर रोज़ नया धोखा देते हैं।[/shayari_share]
No 3:
अपनों से ही जब चोट मिलती है,
तो ग़ैरों का ज़हर भी मीठा लगता है।
[shayari_share]अपनों से ही जब चोट मिलती है
तो ग़ैरों का ज़हर भी मीठा लगता है।[/shayari_share]
No 4:
हमने रिश्तों को पूजा, उन्होंने सौदा बना डाला,
मतलब खत्म, तो रिश्ता भी हाथ से निकला।
[shayari_share]हमने रिश्तों को पूजा, उन्होंने सौदा बना डाला
मतलब खत्म, तो रिश्ता भी हाथ से निकला।[/shayari_share]
No 5:

मतलबी रिश्तों की यही तो खासियत है,
साथ तब तक ही रहते हैं जब तक ज़रूरत है।
[shayari_share]मतलबी रिश्तों की यही तो खासियत है
साथ तब तक ही रहते हैं जब तक ज़रूरत है।[/shayari_share]
No 6:
मत पूछो हम कैसे जी रहे हैं,
धोखे के बाद अब बस खामोशी सी रह गई है।
[shayari_share]मत पूछो हम कैसे जी रहे हैं
धोखे के बाद अब बस खामोशी सी रह गई है।[/shayari_share]
No 7:
रिश्तों को भी अब स्क्रीनशॉट समझ लिया है,
मतलब निकलते ही डिलीट कर दिया जाता है।
[shayari_share]रिश्तों को भी अब स्क्रीनशॉट समझ लिया है
मतलब निकलते ही डिलीट कर दिया जाता है।[/shayari_share]
No 8:
हर मुस्कान के पीछे अब डर लगता है,
कहीं फिर से मतलबी रिश्ता न छुपा हो।
[shayari_share]हर मुस्कान के पीछे अब डर लगता है
कहीं फिर से मतलबी रिश्ता न छुपा हो।[/shayari_share]
No 9:
जो साथ थे हर मोड़ पर,
आज वही रास्ता बदल बैठे।
[shayari_share]जो साथ थे हर मोड़ पर
आज वही रास्ता बदल बैठे।[/shayari_share]
No 10:
मतलबी लोगों से दूर रहना ही अच्छा है,
क्योंकि भरोसा अब सबसे बड़ा धोखा है।
[shayari_share]मतलबी लोगों से दूर रहना ही अच्छा है
क्योंकि भरोसा अब सबसे बड़ा धोखा है।[/shayari_share]
No 11:
हमने समझा उन्हें अपना साया,
पर वो निकले सिर्फ फायदा।
[shayari_share]हमने समझा उन्हें अपना साया
पर वो निकले सिर्फ फायदा।[/shayari_share]
No 12:
हर रिश्ता अब एक डील सा लगता है,
जिसमें दिल नहीं, मुनाफ़ा देखा जाता है।
[shayari_share]हर रिश्ता अब एक डील सा लगता है
जिसमें दिल नहीं, मुनाफ़ा देखा जाता है।[/shayari_share]
No 13:
जिसने हमें हँसना सिखाया था,
आज उसी ने रुलाने का हुनर अपनाया है।
[shayari_share]जिसने हमें हँसना सिखाया था
आज उसी ने रुलाने का हुनर अपनाया है।[/shayari_share]
No 14:
पल दो पल की दोस्ती थी उनकी,
हमने उम्र भर का रिश्ता समझ लिया।
[shayari_share]पल दो पल की दोस्ती थी उनकी
हमने उम्र भर का रिश्ता समझ लिया।[/shayari_share]
No 15:
रिश्ते जो कभी जान थे हमारी,
आज बस नंबर लिस्ट में नाम भर हैं।
[shayari_share]रिश्ते जो कभी जान थे हमारी
आज बस नंबर लिस्ट में नाम भर हैं।[/shayari_share]
No 16:
मतलबी रिश्ते कभी सच्चे नहीं होते,
और सच्चे दिल वहाँ टिकते नहीं।
[shayari_share]मतलबी रिश्ते कभी सच्चे नहीं होते
और सच्चे दिल वहाँ टिकते नहीं।[/shayari_share]
No 17:
धोखा अब रिश्तों का हिस्सा बन चुका है,
और भरोसा एक पुरानी कहानी।
[shayari_share]धोखा अब रिश्तों का हिस्सा बन चुका है
और भरोसा एक पुरानी कहानी।[/shayari_share]
No 18:
अब कोई भी रिश्ता दिल से नहीं जुड़ता,
हर कोई बस अपना मतलब ढूंढता।
[shayari_share]अब कोई भी रिश्ता दिल से नहीं जुड़ता
हर कोई बस अपना मतलब ढूंढता।[/shayari_share]
No 19:
रिश्ते खत्म नहीं होते अब,
बस दिखावे के लिए ज़िंदा रहते हैं।
[shayari_share]रिश्ते खत्म नहीं होते अब
बस दिखावे के लिए ज़िंदा रहते हैं।[/shayari_share]
No 20:
हमने जिन्हें बचाया था हर तूफान से,
वो ही हमें डूबने के लिए छोड़ गए।
[shayari_share]हमने जिन्हें बचाया था हर तूफान से
वो ही हमें डूबने के लिए छोड़ गए।[/shayari_share]
Quotes matlabi rishte dhoka shayari
No 1:
जिसे हमने दुआओं में माँगा था,
उसने हमें मतलब की चीज़ समझा था।
[shayari_share]जिसे हमने दुआओं में माँगा था
उसने हमें मतलब की चीज़ समझा था।[/shayari_share]
No 2:
मतलबी रिश्तों का क्या मलाल करें,
जो अपने थे, वही सबसे बड़ा सवाल करें।
[shayari_share]मतलबी रिश्तों का क्या मलाल करें
जो अपने थे, वही सबसे बड़ा सवाल करें।[/shayari_share]
No 3:
धोखा तो तब लगता है जब उम्मीद अपनों से होती है,
ग़ैरों से तो वैसे भी कोई आस नहीं होती है।
[shayari_share]धोखा तो तब लगता है जब उम्मीद अपनों से होती है
ग़ैरों से तो वैसे भी कोई आस नहीं होती है।[/shayari_share]
No 4:
हर वो रिश्ता जो खुद को खास कहता है,
वक़्त आने पर सबसे पहले साथ छोड़ता है।
[shayari_share]हर वो रिश्ता जो खुद को खास कहता है
वक़्त आने पर सबसे पहले साथ छोड़ता है।[/shayari_share]
No 5:

हमने तो दिल दिया था रिश्तों में,
पर यहाँ तो सबने सिर्फ सौदा किया।
[shayari_share]हमने तो दिल दिया था रिश्तों में
पर यहाँ तो सबने सिर्फ सौदा किया।[/shayari_share]
No 6:
मतलबी रिश्ते चाय की तरह होते हैं,
गरम रहते हैं जब तक फायदा होता है।
[shayari_share]मतलबी रिश्ते चाय की तरह होते हैं
गरम रहते हैं जब तक फायदा होता है।[/shayari_share]
No 7:
रिश्तों की शक्ल में बैठे थे सौदागर,
हर एहसास का उन्होंने मोल लगा रखा था।
[shayari_share]रिश्तों की शक्ल में बैठे थे सौदागर
हर एहसास का उन्होंने मोल लगा रखा था।[/shayari_share]
No 8:
प्यार, वफ़ा और याराना अब किस्सों की बात है,
अब तो हर रिश्ता मतलब का सौदा मात्र है।
[shayari_share]प्यार, वफ़ा और याराना अब किस्सों की बात है
अब तो हर रिश्ता मतलब का सौदा मात्र है।[/shayari_share]
No 9:
जिसे हर दिन अपनापन दिखाया,
उसने ही हर दिन नया धोखा पहुँचाया।
[shayari_share]जिसे हर दिन अपनापन दिखाया
उसने ही हर दिन नया धोखा पहुँचाया।[/shayari_share]
No 10:
अब ना सवाल है, ना जवाब,
बस मतलबी रिश्तों ने दिल तोड़कर खामोश कर दिया है।
[shayari_share]अब ना सवाल है, ना जवाब
बस मतलबी रिश्तों ने दिल तोड़कर खामोश कर दिया है।[/shayari_share]
No 11:
धोखा देने वालों का चेहरा नहीं,
इरादा पहचानो — यही असली समझदारी है।
[shayari_share]धोखा देने वालों का चेहरा नहीं
इरादा पहचानो — यही असली समझदारी है।[/shayari_share]
No 12:
मतलबी लोग वहीं तक साथ देते हैं,
जहां तक उन्हें खुद को फायदा दिखता है।
[shayari_share]मतलबी लोग वहीं तक साथ देते हैं
जहां तक उन्हें खुद को फायदा दिखता है।[/shayari_share]
No 13:
अब तो अपने भी ऐसे लगते हैं,
जैसे किसी स्क्रिप्ट का हिस्सा हों।
[shayari_share]अब तो अपने भी ऐसे लगते हैं
जैसे किसी स्क्रिप्ट का हिस्सा हों।[/shayari_share]
No 14:
हमने तो रिश्तों को पूजा था,
पर सबने उसे टाइमपास समझा था।
[shayari_share]हमने तो रिश्तों को पूजा था
पर सबने उसे टाइमपास समझा था।[/shayari_share]
No 15:
जिन्हें अपना समझा था,
वो हर मोड़ पर पराया निकल गया।
[shayari_share]जिन्हें अपना समझा था
वो हर मोड़ पर पराया निकल गया।[/shayari_share]
No 16:
सच्चे रिश्ते वक्त पर सामने आते हैं,
मतलबी सिर्फ मौके पर।
[shayari_share]सच्चे रिश्ते वक्त पर सामने आते हैं
मतलबी सिर्फ मौके पर।[/shayari_share]
No 17:
मकड़ी का जाला नहीं, ये दुनिया के रिश्ते हैं,
जहाँ फँसना आसान, और बचना नामुमकिन है।
[shayari_share]मकड़ी का जाला नहीं, ये दुनिया के रिश्ते हैं
जहाँ फँसना आसान, और बचना नामुमकिन है।[/shayari_share]
No 18:
जिसने कहा था, “हमेशा साथ रहेंगे”,
आज वो ब्लॉकलिस्ट में सबसे ऊपर है।
[shayari_share]जिसने कहा था, “हमेशा साथ रहेंगे”
आज वो ब्लॉकलिस्ट में सबसे ऊपर है।[/shayari_share]
No 19:
हर धोखा सिखा गया है कि भरोसा सोच-समझकर करना,
क्योंकि सबसे बड़ी चोट अपनों से ही लगती है।
[shayari_share]हर धोखा सिखा गया है कि भरोसा सोच-समझकर करना
क्योंकि सबसे बड़ी चोट अपनों से ही लगती है।[/shayari_share]
ज़िंदगी में मतलबी रिश्तों से जो चोट मिलती है, वो बहुत गहरी होती है। उम्मीद है इन शायरियों ने आपके जज़्बातों को सही लफ़्ज़ दिए होंगे।