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Independence day shayari in Hindi

15 अगस्त का दिन सिर्फ़ एक तारीख़ नहीं, बल्कि हर हिंदुस्तानी के दिल की धड़कन है। ये वो दिन है जब देशभक्ति अपनी चरम पर होती है और हर ज़ुबान पर “जय हिंद” गूंजता है। ऐसे में अगर दिल की बात शायरी में कही जाए, तो उसका असर कुछ और ही होता है। इस लेख में हम आपके लिए लाए हैं Independence Day Shayari in Hindi — जोश से भरी, दिल को छू जाने वाली और बिल्कुल ओरिजिनल, ताकि आप अपने जज़्बात पूरे गर्व के साथ ज़ाहिर कर सकें।

Independence day shayari 2 lines

No 1:
तिरंगे की छांव में हर दिल मुस्कुराए,
आज़ादी की खुशबू हर कोना महकाए।

[shayari_share]तिरंगे की छांव में हर दिल मुस्कुराए,
आज़ादी की खुशबू हर कोना महकाए।[/shayari_share]

No 2:
हर साल नहीं, हर साँस में जश्न मनाओ,
ये देश है अपना, इसे सिर आँखों पर बिठाओ।

[shayari_share]हर साल नहीं, हर साँस में जश्न मनाओ,
ये देश है अपना, इसे सिर आँखों पर बिठाओ।[/shayari_share]

No 3:
वीरों की माटी से उठती है आवाज़,
“हम हिंदुस्तानी हैं” — यही है अंदाज़।

[shayari_share]वीरों की माटी से उठती है आवाज़,
“हम हिंदुस्तानी हैं” — यही है अंदाज़।[/shayari_share]

No 4:
धड़कनों में गूंजे वंदे मातरम् का गीत,
ऐसी आज़ादी पर लाखों सलाम है जीत।

[shayari_share]धड़कनों में गूंजे वंदे मातरम् का गीत,
ऐसी आज़ादी पर लाखों सलाम है जीत।[/shayari_share]

No 5:
कंधों पे तिरंगा, निगाहों में नूर,
भारत की माटी है सबसे मशहूर।

[shayari_share]कंधों पे तिरंगा, निगाहों में नूर,
भारत की माटी है सबसे मशहूर।[/shayari_share]

No 6:
ना झुके थे कल, ना झुकेंगे आज,
भारत के बेटे हैं, ये है हमारा राज़।

[shayari_share]ना झुके थे कल, ना झुकेंगे आज,
भारत के बेटे हैं, ये है हमारा राज़।[/shayari_share]

No 7:
दिल में जोश, हाथों में तिरंगा,
आज़ादी के रंग में हर कोई रंगा।

[shayari_share]दिल में जोश, हाथों में तिरंगा,
आज़ादी के रंग में हर कोई रंगा।[/shayari_share]

No 8:
न मिटे हैं कल, ना मिटेंगे आज,
भारत की शान हैं, ये सच्चे सिपाहीराज।

[shayari_share]न मिटे हैं कल, ना मिटेंगे आज,
भारत की शान हैं, ये सच्चे सिपाहीराज।[/shayari_share]

No 9:
सीमा पर जो खड़ा है, वो भगवान से कम नहीं,
उसके बलिदान से ही तो ये वतन थमा नहीं।

[shayari_share]सीमा पर जो खड़ा है, वो भगवान से कम नहीं,
उसके बलिदान से ही तो ये वतन थमा नहीं।[/shayari_share]

No 10:

Independence day shayari 2 lines

हर गली में, हर शहर में बज रहा है स्वर,
“भारत माता की जय” — है दिलों का असर।

[shayari_share]हर गली में, हर शहर में बज रहा है स्वर,
“भारत माता की जय” — है दिलों का असर।[/shayari_share]

No 11:
ना तलवार से डर, ना किसी की साज़िश से,
हम वो हैं जो जीतते हैं सिर्फ देशभक्ति से।

[shayari_share]ना तलवार से डर, ना किसी की साज़िश से,
हम वो हैं जो जीतते हैं सिर्फ देशभक्ति से।[/shayari_share]

No 12:
आज़ादी हवा में नहीं, वीरों के लहू में बसती है,
भारत की हर सुबह, बलिदानों से सजती है।

[shayari_share]आज़ादी हवा में नहीं, वीरों के लहू में बसती है,
भारत की हर सुबह, बलिदानों से सजती है।[/shayari_share]

No 13:
नफरतों को छोड़, मोहब्बत से बात कर,
देशभक्ति में डूब, बस भारत से प्यार कर।

[shayari_share]नफरतों को छोड़, मोहब्बत से बात कर,
देशभक्ति में डूब, बस भारत से प्यार कर।[/shayari_share]

No 14:
हर फिजा बोले “जय हिंद”,
हर दिल में गूंजे “भारत ज़िंदाबाद” की गिनत।

[shayari_share]हर फिजा बोले “जय हिंद”,
हर दिल में गूंजे “भारत ज़िंदाबाद” की गिनत।[/shayari_share]

No 15:
देश के लिए जीना भी इबादत है,
और मर जाना तो बस एक सौगात है।

[shayari_share]देश के लिए जीना भी इबादत है,
और मर जाना तो बस एक सौगात है।[/shayari_share]

No 16:
ना पूछो ज़माने से हमारी पहचान,
हम तिरंगे में लिपटे हुए भारत के सपूत हैं जान।

[shayari_share]ना पूछो ज़माने से हमारी पहचान,
हम तिरंगे में लिपटे हुए भारत के सपूत हैं जान।[/shayari_share]

No 17:
जब भी झुके तिरंगा हवा में,
सिर खुद-ब-खुद झुक जाए दुआ में।

[shayari_share]जब भी झुके तिरंगा हवा में,
सिर खुद-ब-खुद झुक जाए दुआ में।[/shayari_share]

No 18:
वो जो खून बहा के गए, उनका कर्ज है सिर पर,
इसलिए हर 15 अगस्त, दिल देता है उन्हें सलाम बार-बार।

[shayari_share]वो जो खून बहा के गए, उनका कर्ज है सिर पर,
इसलिए हर 15 अगस्त, दिल देता है उन्हें सलाम बार-बार।[/shayari_share]

4 lines Independence day shayari

No 1:
आज़ादी का सूरज जब उगता है,
हर भारतीय का सीना तब थमता है।
ये तिरंगा जब लहराता है,
हर कोना वंदे मातरम् गाता है।

[shayari_share]आज़ादी का सूरज जब उगता है,
हर भारतीय का सीना तब थमता है।
ये तिरंगा जब लहराता है,
हर कोना वंदे मातरम् गाता है।[/shayari_share]

No 2:
सीमा पर जो चैन से सोते नहीं,
उन वीरों को हम रोते नहीं।
हर 15 अगस्त यही याद दिलाता,
कि भारत वीरों से ही मुस्कुराता।

[shayari_share]सीमा पर जो चैन से सोते नहीं,
उन वीरों को हम रोते नहीं।
हर 15 अगस्त यही याद दिलाता,
कि भारत वीरों से ही मुस्कुराता।[/shayari_share]

No 3:

4 lines Independence day shayari

हिंद की धरती शेरों की खान है,
हर दिल में तिरंगे का अरमान है।
दुश्मन लाख कोशिश कर ले हार की,
भारत की मिट्टी में ही बलिदान है।

[shayari_share]हिंद की धरती शेरों की खान है,
हर दिल में तिरंगे का अरमान है।
दुश्मन लाख कोशिश कर ले हार की,
भारत की मिट्टी में ही बलिदान है।[/shayari_share]

No 4:
ना डर है, ना रुकना मंजूर है,
हर फौजी का जज़्बा भरपूर है।
जहां तिरंगा दिल में बसा हो,
वो वतन सबसे मशहूर है।

[shayari_share]ना डर है, ना रुकना मंजूर है,
हर फौजी का जज़्बा भरपूर है।
जहां तिरंगा दिल में बसा हो,
वो वतन सबसे मशहूर है।[/shayari_share]

No 5:
हम आज़ाद हैं, ये सौभाग्य नहीं छोटा,
इस पर हर सैनिक का खून है रोता।
आओ इस आज़ादी को यूं जिएं,
कि हर दिन तिरंगे को देख के जीएं।

[shayari_share]हम आज़ाद हैं, ये सौभाग्य नहीं छोटा,
इस पर हर सैनिक का खून है रोता।
आओ इस आज़ादी को यूं जिएं,
कि हर दिन तिरंगे को देख के जीएं।[/shayari_share]

No 6:
जिसने बम नहीं, कलम उठाई,
जिसने नफरत नहीं, मोहब्बत पाई।
वही है असली देशभक्त यारों,
जो भारत को जोड़ने की राह अपनाई।

[shayari_share]जिसने बम नहीं, कलम उठाई,
जिसने नफरत नहीं, मोहब्बत पाई।
वही है असली देशभक्त यारों,
जो भारत को जोड़ने की राह अपनाई।[/shayari_share]

No 7:
गुलामी की जंजीरें टूटी थीं जब,
हर ओर बजी थी स्वतंत्रता की तान तब।
ना भूलें वो बलिदान की गाथा,
जिससे आज़ादी मिली यूं निःशब्द प्रथा।

[shayari_share]गुलामी की जंजीरें टूटी थीं जब,
हर ओर बजी थी स्वतंत्रता की तान तब।
ना भूलें वो बलिदान की गाथा,
जिससे आज़ादी मिली यूं निःशब्द प्रथा।[/shayari_share]

No 8:
ना मन्दिर चाहिए, ना मस्जिद का खेल,
हमें तो चाहिए बस भारत का मेल।
तिरंगे की छांव में सब एक समान,
यही है असली हिंदुस्तान।

[shayari_share]ना मन्दिर चाहिए, ना मस्जिद का खेल,
हमें तो चाहिए बस भारत का मेल।
तिरंगे की छांव में सब एक समान,
यही है असली हिंदुस्तान।[/shayari_share]

No 9:
रगों में खून नहीं, भारत की आग है,
हर दिल में तिरंगे का ही राग है।
जो मिट गया देश के नाम पर,
वो सच्चे भारत का सुहाग है।

[shayari_share]रगों में खून नहीं, भारत की आग है,
हर दिल में तिरंगे का ही राग है।
जो मिट गया देश के नाम पर,
वो सच्चे भारत का सुहाग है।[/shayari_share]

No 10:
पंखों को नहीं, हौसलों को उड़ान दो,
भारत को फिर से महान पहचान दो।
जिस धरती ने भगत जैसे लाल दिए,
उसी को फिर जय जवान दो।

[shayari_share]पंखों को नहीं, हौसलों को उड़ान दो,
भारत को फिर से महान पहचान दो।
जिस धरती ने भगत जैसे लाल दिए,
उसी को फिर जय जवान दो।[/shayari_share]

No 11:
हर एक को दिल में ये बात रखनी है,
भारत की मिट्टी को माथे पे लगानी है।
तिरंगे के नीचे जो सांस मिले,
वो ज़िन्दगी सबसे सुहानी है।

[shayari_share]हर एक को दिल में ये बात रखनी है,
भारत की मिट्टी को माथे पे लगानी है।
तिरंगे के नीचे जो सांस मिले,
वो ज़िन्दगी सबसे सुहानी है।[/shayari_share]

No 12:
आज़ादी कोई त्योहार नहीं,
ये तो हमारी पहचान की मिसाल नहीं।
ये है वो सौगात, जो खून से लिखी,
हर पीढ़ी को इस पर करनी है फख्र सदी-सदी।

[shayari_share]आज़ादी कोई त्योहार नहीं,
ये तो हमारी पहचान की मिसाल नहीं।
ये है वो सौगात, जो खून से लिखी,
हर पीढ़ी को इस पर करनी है फख्र सदी-सदी।[/shayari_share]

No 13:
ना जात रहे, ना धर्म का नाम रहे,
हर एक भारतवासी में बस हिंदुस्तान रहे।
इतिहास दोहराओ वो झलक दिखाओ,
जहाँ भाईचारा हर गली में गाए।

[shayari_share]ना जात रहे, ना धर्म का नाम रहे,
हर एक भारतवासी में बस हिंदुस्तान रहे।
इतिहास दोहराओ वो झलक दिखाओ,
जहाँ भाईचारा हर गली में गाए।[/shayari_share]

No 14:
जो मिट्टी हमें जन्म दे,
उसी पे बलिदान भी गर्व से ले।
भारत मां की सेवा ही धर्म है सच्चा,
बाकी सब दिखावा है, नकली है कच्चा।

[shayari_share]जो मिट्टी हमें जन्म दे,
उसी पे बलिदान भी गर्व से ले।
भारत मां की सेवा ही धर्म है सच्चा,
बाकी सब दिखावा है, नकली है कच्चा।[/shayari_share]

No 15:
चमकता है तिरंगा जब आसमान में,
जैसे खुदा भी झुके इस हिंदुस्तान में।
ना पूछो कौन हिंदू या मुसलमान है,
हम सब तिरंगे की संतान हैं।

[shayari_share]चमकता है तिरंगा जब आसमान में,
जैसे खुदा भी झुके इस हिंदुस्तान में।
ना पूछो कौन हिंदू या मुसलमान है,
हम सब तिरंगे की संतान हैं।[/shayari_share]

No 16:
हम वो नहीं जो डर के जीते हैं,
हम वो हैं जो हौसलों से जीते हैं।
भारत की धड़कन में ही जान बसती है,
हम वहां रहते हैं जहां तिरंगों की रज धूलती है।

[shayari_share]हम वो नहीं जो डर के जीते हैं,
हम वो हैं जो हौसलों से जीते हैं।
भारत की धड़कन में ही जान बसती है,
हम वहां रहते हैं जहां तिरंगों की रज धूलती है।[/shayari_share]

No 17:
देश के लिए जिएं, देश के लिए मरें,
हर हाल में भारत का नाम करें।
जो खून बहा आज़ादी के वास्ते,
उसे हर साल दिल से सलाम करें।

[shayari_share]देश के लिए जिएं, देश के लिए मरें,
हर हाल में भारत का नाम करें।
जो खून बहा आज़ादी के वास्ते,
उसे हर साल दिल से सलाम करें।[/shayari_share]

No 18:
सड़कों पे तिरंगा लहराना है,
हर बच्चे को भारत समझाना है।
देशभक्ति किताबों की चीज़ नहीं,
हर दिल में उसे बसाना है।

[shayari_share]सड़कों पे तिरंगा लहराना है,
हर बच्चे को भारत समझाना है।
देशभक्ति किताबों की चीज़ नहीं,
हर दिल में उसे बसाना है।[/shayari_share]

No 19:
भारत मां की जय हो हर सांस में,
हर शब्द में, हर आस में।
जो काम न आए भारत के,
वो जीवन भी लगे उदास में।

[shayari_share]भारत मां की जय हो हर सांस में,
हर शब्द में, हर आस में।
जो काम न आए भारत के,
वो जीवन भी लगे उदास में।[/shayari_share]

No 20:
ना कोई राजा, ना कोई फकीर,
भारत में हर दिल है वीर।
जब बात हो भारत की आन की,
हर हाथ बने तलवार की तीर।

[shayari_share]ना कोई राजा, ना कोई फकीर,
भारत में हर दिल है वीर।
जब बात हो भारत की आन की,
हर हाथ बने तलवार की तीर।[/shayari_share]

Best independence day shayari

No 1:
हर रंग तिरंगे का कुछ कहता है,
ये सिर्फ झंडा नहीं, हर भारतीय की breath है।

[shayari_share]हर रंग तिरंगे का कुछ कहता है,
ये सिर्फ झंडा नहीं, हर भारतीय की breath है।[/shayari_share]

No 2:
ना तलवार चाहिए, ना बंदूक की बात,
बस तिरंगे में लिपटी रहे ये सौगात।

[shayari_share]ना तलवार चाहिए, ना बंदूक की बात,
बस तिरंगे में लिपटी रहे ये सौगात।[/shayari_share]

No 3:

Best independence day shayari

भारत की माटी में ऐसी खुशबू है बसती,
कि सांस भी लो तो देशभक्ति महकती।

[shayari_share]भारत की माटी में ऐसी खुशबू है बसती,
कि सांस भी लो तो देशभक्ति महकती।[/shayari_share]

No 4:
जो मिट गया देश की खातिर,
वो नाम अमर हुआ हर शख्स की ज़बान पर।

[shayari_share]जो मिट गया देश की खातिर,
वो नाम अमर हुआ हर शख्स की ज़बान पर।[/shayari_share]

No 5:
आज़ादी की हवा में कुछ बात है खास,
हर दिल कहे – मेरा भारत है सबसे पास।

[shayari_share]आज़ादी की हवा में कुछ बात है खास,
हर दिल कहे – मेरा भारत है सबसे पास।[/shayari_share]

No 6:
शहीदों की चिताओं से जो रोशनी आई,
उसी से आज़ादी की सुबह मुस्कुराई।

[shayari_share]शहीदों की चिताओं से जो रोशनी आई,
उसी से आज़ादी की सुबह मुस्कुराई।[/shayari_share]

No 7:
कभी झुके नहीं, कभी थमे नहीं,
भारतवासी जज़्बे में कम नहीं।

[shayari_share]कभी झुके नहीं, कभी थमे नहीं,
भारतवासी जज़्बे में कम नहीं।[/shayari_share]

No 8:
हर फिजा में गूंजे “जय हिंद” का गीत,
तिरंगे से चलती है हमारी प्रीत।

[shayari_share]हर फिजा में गूंजे “जय हिंद” का गीत,
तिरंगे से चलती है हमारी प्रीत।[/shayari_share]

No 9:
दिल दिया है जान भी देंगे,
भारत मां के लिए हर दर्द सहेंगे।

[shayari_share]दिल दिया है जान भी देंगे,
भारत मां के लिए हर दर्द सहेंगे।[/shayari_share]

No 10:
ना किसी सरहद से डरते हैं,
हम भारतवासी प्यार से लड़ते हैं।

[shayari_share]ना किसी सरहद से डरते हैं,
हम भारतवासी प्यार से लड़ते हैं।[/shayari_share]

No 11:
तिरंगे की लहर में जोश छलकता है,
हर वीर जवान का गर्व चमकता है।

[shayari_share]तिरंगे की लहर में जोश छलकता है,
हर वीर जवान का गर्व चमकता है।[/shayari_share]

No 12:
आज भी दिल धड़कता है गर्व से,
जब सुनते हैं हम कहानियां बलिदान की शान से।

[shayari_share]आज भी दिल धड़कता है गर्व से,
जब सुनते हैं हम कहानियां बलिदान की शान से।[/shayari_share]

No 13:
तिरंगे को देख दिल मुस्कुराता है,
जैसे माँ की गोद फिर से बुलाता है।

[shayari_share]तिरंगे को देख दिल मुस्कुराता है,
जैसे माँ की गोद फिर से बुलाता है।[/shayari_share]

No 14:
सच कहूं तो आज़ादी का मोल नहीं,
ये वो अमृत है जिसका कोई तोल नहीं।

[shayari_share]सच कहूं तो आज़ादी का मोल नहीं,
ये वो अमृत है जिसका कोई तोल नहीं।[/shayari_share]

No 15:
हर बच्चा अब ये जान गया,
कि भारत सबसे महान है, मान गया।

[shayari_share]हर बच्चा अब ये जान गया,
कि भारत सबसे महान है, मान गया।[/shayari_share]

No 16:
लहू से सींचा है वीरों ने जो वतन,
उस पर जान भी लुटा देना है धन।

[shayari_share]लहू से सींचा है वीरों ने जो वतन,
उस पर जान भी लुटा देना है धन।[/shayari_share]

No 17:
देशभक्ति हो अगर रगों में बहती,
तो हर दिन 15 अगस्त जैसी लगती।

[shayari_share]देशभक्ति हो अगर रगों में बहती,
तो हर दिन 15 अगस्त जैसी लगती।[/shayari_share]

No 18:
नारा हर दिल से निकले — वंदे मातरम्,
यही तो है असली भारतीय धर्म।

[shayari_share]नारा हर दिल से निकले — वंदे मातरम्,
यही तो है असली भारतीय धर्म।[/shayari_share]

No 19:
बोले हिंदुस्तान का बच्चा-बच्चा,
मेरा देश महान है सच्चा-सच्चा।

[shayari_share]बोले हिंदुस्तान का बच्चा-बच्चा,
मेरा देश महान है सच्चा-सच्चा।[/shayari_share]

No 20:
सिर्फ एक दिन नहीं, हर दिन मनाएं,
आज़ादी की भावना दिल से निभाएं।

[shayari_share]सिर्फ एक दिन नहीं, हर दिन मनाएं,
आज़ादी की भावना दिल से निभाएं।[/shayari_share]

Heart touching independence day

No 1:

Heart touching independence day

जो लौट के नहीं आए उस आखिरी चिट्ठी से
वो आज़ादी लिख गए अपने लहू की स्याही से

[shayari_share]जो लौट के नहीं आए उस आखिरी चिट्ठी से
वो आज़ादी लिख गए अपने लहू की स्याही से[/shayari_share]

No 2:
बूढ़ा बाप अब भी चौखट पे बैठा है
बेटा तिरंगे में लिपटकर जो लौटा है

[shayari_share]बूढ़ा बाप अब भी चौखट पे बैठा है
बेटा तिरंगे में लिपटकर जो लौटा है[/shayari_share]

No 3:
एक माँ ने बेटे को वीर बनाकर भेजा
पर लौट आया ताबूत में, हँसकर भेजा

[shayari_share]एक माँ ने बेटे को वीर बनाकर भेजा
पर लौट आया ताबूत में, हँसकर भेजा[/shayari_share]

No 4:
वो जो हंस के गोली खा गया सरहद पर
उसकी हँसी आज भी गूंजती है तिरंगे के अंदर

[shayari_share]वो जो हंस के गोली खा गया सरहद पर
उसकी हँसी आज भी गूंजती है तिरंगे के अंदर[/shayari_share]

No 5:
तिरंगा लहराता है अब जिस किले की छत पर
कभी किसी माँ ने वहीं रो-रोकर बेटे को विदा किया था

[shayari_share]तिरंगा लहराता है अब जिस किले की छत पर
कभी किसी माँ ने वहीं रो-रोकर बेटे को विदा किया था[/shayari_share]

No 6:
हर 15 अगस्त पर उनकी याद आती है
जो घर लौटे नहीं, पर देश को आज़ाद करा गए

[shayari_share]हर 15 अगस्त पर उनकी याद आती है
जो घर लौटे नहीं, पर देश को आज़ाद करा गए[/shayari_share]

No 7:
छोटा बच्चा तिरंगा लेकर बोला
“पापा की कमी अब हर तस्वीर में खोला”

[shayari_share]छोटा बच्चा तिरंगा लेकर बोला
“पापा की कमी अब हर तस्वीर में खोला”[/shayari_share]

No 8:
कब्रों पर भी तिरंगा चढ़ा रहता है
क्योंकि वो ज़िंदा हैं जो देश के लिए मिटा रहता है

[shayari_share]कब्रों पर भी तिरंगा चढ़ा रहता है
क्योंकि वो ज़िंदा हैं जो देश के लिए मिटा रहता है[/shayari_share]

No 9:
ना आँखें नम हों, ना वो भूले जाएं
जो चुपचाप देश की खातिर सो जाएं

[shayari_share]ना आँखें नम हों, ना वो भूले जाएं
जो चुपचाप देश की खातिर सो जाएं[/shayari_share]

No 10:
जिसे देश कहते हैं हम मुस्कुरा के
वो कई सपूतों की चिताओं से बना है जल के

[shayari_share]जिसे देश कहते हैं हम मुस्कुरा के
वो कई सपूतों की चिताओं से बना है जल के[/shayari_share]

No 11:
लौटता है जब कोई फौजी घर नहीं
तो हर Independence Day कुछ कहता है मगर नहीं

[shayari_share]लौटता है जब कोई फौजी घर नहीं
तो हर Independence Day कुछ कहता है मगर नहीं[/shayari_share]

No 12:
सन्नाटा बोलता है सरहद के पार
जहाँ अब भी गूंजता है “भारत माँ का प्यार”

[shayari_share]सन्नाटा बोलता है सरहद के पार
जहाँ अब भी गूंजता है “भारत माँ का प्यार”[/shayari_share]

No 13:
कभी तिरंगे से खेलते थे जो बच्चे
आज उसी में लिपटे लौटे हैं सच्चे

[shayari_share]कभी तिरंगे से खेलते थे जो बच्चे
आज उसी में लिपटे लौटे हैं सच्चे[/shayari_share]

No 14:
जिनके सीने छलनी हुए गोलियों से
उन्हीं के खून से सिंचा है गुलाब तिरंगे की डाली पे

[shayari_share]जिनके सीने छलनी हुए गोलियों से
उन्हीं के खून से सिंचा है गुलाब तिरंगे की डाली पे[/shayari_share]

No 15:
जो खो गया है वतन की राहों में
उसे हर भारतवासी ने दिल में जगह दी है बाँहों में

[shayari_share]जो खो गया है वतन की राहों में
उसे हर भारतवासी ने दिल में जगह दी है बाँहों में[/shayari_share]

No 16:
हर साल जब ध्वज फहराते हैं
दिल अंदर ही अंदर रो जाते हैं

[shayari_share]हर साल जब ध्वज फहराते हैं
दिल अंदर ही अंदर रो जाते हैं[/shayari_share]

No 17:
जिसका नाम तक ना आया किसी किताब में
वो सपूत आज भी जिंदा है इस गुलाब में

[shayari_share]जिसका नाम तक ना आया किसी किताब में
वो सपूत आज भी जिंदा है इस गुलाब में[/shayari_share]

No 18:
ना मालूम कब लौटा आखिरी खत
पर हर शब्द में था तिरंगे का रंग सख्त

[shayari_share]ना मालूम कब लौटा आखिरी खत
पर हर शब्द में था तिरंगे का रंग सख्त[/shayari_share]

No 19:
जब बच्चा बोला “पापा कहाँ हैं?”
माँ ने तिरंगे को देखा और आँखें भीग गईं वहीं

[shayari_share]जब बच्चा बोला “पापा कहाँ हैं?”
माँ ने तिरंगे को देखा और आँखें भीग गईं वहीं[/shayari_share]

No 20:
वो आहें, वो खामोशियाँ तिरंगे के नीचे
कह रही हैं — आज़ादी कोई आसान चीज़ नहीं

[shayari_share]वो आहें, वो खामोशियाँ तिरंगे के नीचे
कह रही हैं — आज़ादी कोई आसान चीज़ नहीं[/shayari_share]

हर 15 अगस्त हमें याद दिलाता है कि आज़ादी यूं ही नहीं मिली, इसके पीछे कई कहानियाँ, बलिदान और जज़्बात छुपे हैं। चलिए, इस आज़ादी को शायरी के ज़रिए और भी खूबसूरत बनाएं।

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