आजकल लोग रिश्तों में प्यार कम और कंट्रोल ज़्यादा ढूंढते हैं। लेकिन जो इंसान खुद को जानता है, वो किसी के आगे झुकता नहीं। Self Respect कोई घमंड नहीं होता, ये तो अपनी पहचान होती है। इस पोस्ट में जो शायरी है, वो उसी अहसास से निकली है — जब दिल रो रहा था पर आँखें सिर उठाकर जीना नहीं भूलीं। चलो फिर, पढ़ते हैं कुछ ऐसी शायरी जो खुद को और मज़बूत बना दे।
Self Respect Shayari in Hindi
No 1:
जो खुद की नज़रों में ऊँचा है, उसे दुनिया झुकाने से डरती है।
ख़ुद से जो वाकिफ़ हो जाए, फिर उसे हर बात समझ में आती है।
No 2:
अपने वजूद की कीमत जान लो, फिर कोई तुम्हें सस्ता नहीं समझेगा।
जो खुद से प्यार करना सीख जाए, उसे कोई हरा नहीं सकता।
No 3:
न झुको किसी के आगे इतना कि खुद को खो बैठो।
इज़्ज़त माँगने की नहीं, कमाने की चीज़ होती है।
No 4:

अपना सम्मान खुद की जिम्मेदारी है, इसे किसी पर मत छोड़ो।
ख़ुद से बढ़कर कोई रिश्ता नहीं होता इस दुनिया में।
No 5:
जिन्हें खुद की अहमियत पता हो, वो किसी की मोहताज नहीं होते।
ख़ुद पर यकीन रखो, भीड़ में भी पहचान बनती है।
No 6:
जो खुद को जान ले, वो किसी के तानों से नहीं टूटता।
इज़्ज़त का मतलब समझो, हर मुस्कान के पीछे मजबूरी नहीं होती।
No 7:
ख़ुद की नज़रों में गिरना सबसे बड़ा पतन है।
जो खुद की कदर करता है, उसे दुनिया भी सर पर बिठाती है।
No 8:
ख़ुद्दारी में जीने का मज़ा ही कुछ और है,
झुककर जीना तो गुलामी कहलाती है।
No 9:
अपने आप से जो रिश्ता सच्चा रखता है,
वो दुनिया के झूठे रिश्तों से बचा रहता है।
No 10:
जो खुद से नहीं हारा, उसे कोई हरा नहीं सकता।
आत्म-सम्मान ही असली ताक़त होती है इंसान की।
No 11:
जो खुद की इज़्ज़त करता है, वो किसी की बेइज़्ज़ती नहीं करता।
ख़ुद को छोटा समझना, सबसे बड़ा अन्याय है।
No 12:
जिसने खुद को समझ लिया,
उससे दुनिया समझने की उम्मीद नहीं रखती।
No 13:
इज़्ज़त वहीं टिकती है, जहाँ आत्म-सम्मान हो।
जो हर हाल में मुस्कुराए, वो ही असली शेर होता है।
No 14:
ख़ुद की कदर करना बुराई नहीं,
ये तो जीने का पहला नियम है।
No 15:
जो अपने उसूलों पर अडिग रहे,
वहीं असली स्वाभिमानी कहलाता है।
No 16:
किसी के सामने खुद को छोटा मत बनाओ,
जिन्हें कद देखना हो, वो आइना देखें।
No 17:

ख़ुद की इज़्ज़त से बड़ा कोई ताज नहीं होता।
जो इस ताज को बचा ले, वही राजा होता है।
No 18:
जो अपनी कीमत जानता है,
वो किसी की रज़ामंदी का मोहताज नहीं होता।
No 19:
जिस दिन तुमने खुद से नज़र मिलाना सीख लिया,
उस दिन दुनिया झुकने लगेगी।
Ego Quotes Attitude Self Respect Shayari
No 1:
हमारे ऐटिट्यूड को मत समझो घमंड का हिस्सा,
हम अपनी इज़्ज़त खुद तय करते हैं किसी की इजाज़त से नहीं।
No 2:
अहंकार हमारा ज़ेवर नहीं, पर जब हद पार हो जाए,
तो हम खामोशी से नहीं, नज़रों से जवाब देते हैं।
No 3:
जो खुद को कम समझे, उसे हम क्या समझाएँगे,
हम वो हैं जो आइना देख कर ही मुस्कुरा देते हैं।
No 4:
हम झुकते हैं सिर्फ नमाज़ में,
बाकियों को तो हमारी नज़रें ही काफी हैं।
No 5:

अकड़ में नहीं, उसूलों में रहते हैं हम,
जो दिल में ना हो, वो रिश्ता निभाते नहीं।
No 6:
इगो तो हर किसी में होता है,
पर हम उसे स्वाभिमान में ढालना जानते हैं।
No 7:
हमसे जलने वाले जलते ही रहेंगे,
क्योंकि हमारा ऐटिट्यूड पानी से नहीं, आग से बना है।
No 8:
रूठने की आदत नहीं हमें,
बस जहां इज़्ज़त ना मिले वहाँ रहना नहीं आता।
No 9:
हम अपना सम्मान किसी की राय से नहीं नापते,
क्योंकि हम खुद की नज़रों में सबसे ऊपर हैं।
No 10:
हमारी चुप्पी को कमजोरी मत समझना,
ये उस वक्त का इंतज़ार है जब जवाब नज़र से देंगे।
No 11:
हमारा स्टाइल हमारा ऐटिट्यूड नहीं,
हमारी खुद्दारी की पहचान है।
No 12:
जिसे खुद की अहमियत नहीं पता,
वो दूसरों से तारीफें मांगता है।
No 13:
हमारे पास जो भी है, खुद की मेहनत से है,
वरना किसी के सहारे तो परछाईं भी चलती है।
No 14:
मिज़ाज थोड़ा तीखा है, पर दिल साफ़ है,
हम उन लोगों में नहीं जो सामने कुछ और पीछे कुछ और हैं।
No 15:
हम वो नहीं जो किसी की ऊँगली पकड़ कर चलें,
हम खुद रास्ता बनाते हैं और मंज़िल हासिल करते हैं।
Love Self Respect Shayari 2 Line
No 1:
प्यार में झुकना ठीक है, मगर खुद को खो देना नहीं,
इश्क़ वहीं तक अच्छा है जहाँ इज़्ज़त बनी रहे कहीं।
No 2:
दिल से चाहा था तुम्हें, पर खुद से भी कम नहीं,
जो खुद की कदर ना करे, वो किसी का क्या बनेगा यकीन।
No 3:
मोहब्बत में सब कुछ माफ़ है, पर बेइज़्ज़ती नहीं,
जो दिल तोड़ दे, उसपे नाज़ करना हमारी फितरत नहीं।
No 4:
हमने इश्क़ किया था, गुलामी नहीं,
ख़ुद्दारी से बढ़कर कोई कहानी नहीं।
No 5:
तुम्हारे प्यार में खुद को मिटा तो सकते थे,
पर इज़्ज़त की कीमत पे झुका नहीं करते।
No 6:
जो प्यार इज़्ज़त ना दे, वो सिर्फ़ आदत होती है,
हम इश्क़ में गुलाम नहीं, साथी ढूंढते हैं।
No 7:
हमने तुम्हें दिल दिया था, ज़मीर नहीं,
तुम मोहब्बत में हदें भूल बैठे, हम नहीं।
No 8:
इश्क़ एक तरफ़ा हो सकता है,
पर खुद की इज़्ज़त कभी अकेली नहीं चलती।
No 9:
मोहब्बत की तालीम में इज़्ज़त पहला सबक है,
जो ये न समझे, वो इश्क़ के लायक नहीं।
No 10:
तुम मोहब्बत चाहते थे, हम इज़्ज़त भी साथ लाए,
पर तुमने तो दोनों ही गंवा दिए।
No 11:
इश्क़ में खुद को मिटाना नहीं आता,
हम हर रिश्ते में बराबरी निभाते हैं।
No 12:
हमने दिल से चाहा, पर दिमाग से हदें रखीं,
क्योंकि प्यार में भी खुद की कदर ज़रूरी है कहीं।
No 13:
तुम्हारी मोहब्बत से पहले भी जिंदा थे हम,
इसलिए तुम्हारी बेअदबी पे खामोश नहीं रह सकते।
No 14:

प्यार में झुकना इबादत है,
पर बार-बार गिरना बेइज़्ज़ती है।
No 15:
तुम्हें खोकर भी हमने खुद को पा लिया,
क्योंकि अब हमें खुद से प्यार हो गया।
Dard Self Respect Shayari
No 1:
कुछ जख्म ऐसे थे जो तुमने दिए मुस्कुराकर,
मगर हम अब भी अपनी इज़्ज़त से जिंदा हैं, टूट कर नहीं।
No 2:
तेरे तीर खामोशियों में भी लगे,
पर हमने अपना सिर कभी झुकने नहीं दिया।
No 3:
दर्द तो बहुत दिया तुमने,
पर हमारी खुद्दारी आज भी सलामत है।
No 4:
खुद से समझौता नहीं करते हम,
किसी और के प्यार के लिए खुद को नीचा नहीं करते हम।
No 5:
तेरे झूठे वादों ने रुला दिया बहुत,
मगर अपनी पहचान पर कभी आँच नहीं आने दी।
No 6:
तू गया तो दर्द हुआ,
पर खुद्दारी को गिरवी नहीं रखा।
No 7:
टूटे दिल से हमने फिर भी खुद को संभाला,
क्योंकि इज़्ज़त के बिना जीना हमें नहीं आता।
No 8:
दर्द की आदत तो थी,
पर बेशर्मी की नहीं।
No 9:
हमने प्यार किया, पर खुद्दारी से,
इश्क़ की भीख नहीं मांगी कभी किसी से।
No 10:
जिसने इज़्ज़त को नजरअंदाज़ किया,
हमने उसे भुला दिया, चाहे दिल कितना भी रोया हो।
No 11:
तेरे इश्क़ ने तोड़ दिया था अंदर से,
मगर खुद की इज़्ज़त ने हिम्मत नहीं टूटने दी।
No 12:
हर दर्द सहा, हर ताना चुपचाप सुना,
पर खुद्दारी के आगे कभी आँसू नहीं बहाए।
No 13:

वो क्या जाने दर्द क्या होता है,
जो खुद की इज़्ज़त तक दूसरों पर छोड़ दे।
No 14:
हमने तन्हाई को गले लगाया,
क्योंकि बेइज़्ज़ती वाला साथ मंज़ूर नहीं था।
No 15:
जिसने दिल तोड़ा, उसे माफ़ किया,
पर जिसने इज़्ज़त छीनी, उसे छोड़ दिया।
Self Respect Shayari on Life
No 1:
ज़िंदगी में हार मान लेना गुनाह नहीं,
पर खुद्दारी को छोड़ देना बर्बादी है कहीं।
No 2:

हर मोड़ पर झुका नहीं जाते,
इज़्ज़त का बोझ सर पे लेकर चलते हैं हम।
No 3:
ज़िंदगी तब खूबसूरत लगती है,
जब खुद की नज़रों में खुद को पसंद आओ।
No 4:
सब कुछ मिल जाए ये जरूरी नहीं,
पर खुद की इज़्ज़त बनी रहे ये जरूरी है सही।
No 5:
सफलता का स्वाद भी फीका लगेगा,
अगर रास्ते में आत्म-सम्मान गिरा दिया होगा।
No 6:
हमने अपनी ज़िंदगी को खुद के नाम किया है,
कभी किसी के एहसान तले नहीं जिया है।
No 7:
इंसान वही जो अपनी इज़्ज़त खुद बनाए,
वरना दुनिया तो हर रोज़ तौले और आज़माए।
No 8:
ज़िंदगी में कुछ खो देने से डर नहीं लगता,
पर आत्म-सम्मान खो जाए, तो जीना मुश्किल लगता।
No 9:
जो अपने वजूद को पहचान गया,
उसकी ज़िंदगी में दूसरों की राय कम मायने रखती है।
No 10:
हमने अक्सर अकेले चलना पसंद किया है,
क्योंकि झुंड में इज़्ज़त खो जाती है।
No 11:
ज़िंदगी में दो चीज़ें कभी नहीं बेचनी —
ख्वाब और खुद्दारी।
No 12:
किसी का सहारा ज़रूरी नहीं,
जब तक अपनी इज़्ज़त का सहारा साथ है।
No 13:
ज़िंदगी को आसान नहीं,
पर इज़्ज़तमंद ज़रूर बनाया है।
No 14:
जो खुद की कद्र करना सीख गया,
वो ज़िंदगी की हर ठोकर पे मुस्कुरा गया।
No 15:
हमने हर मोड़ पर समझौते किए,
पर अपनी इज़्ज़त पर कभी सौदा नहीं किया।
चलो आज से ठान लो, जो भी हो जाए खुद की इज़्ज़त से समझौता नहीं करना। Self respect को बनाए रखना, क्योंकि असली रॉयल्टी वहीं से शुरू होती है।